आज खुलेगा माता रानी का पट

शहर समेत पूरे जिले में नवरात्र की धूम मची है. माता रानी के भक्तिपूर्ण गीत-संगीत से संपूर्ण वातावरण गूंज रहा है, जहां लोग भक्ति के सागर में गोते लगा रहे हैं.इधर, शारदीय नवरात्र की षष्ठी को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शहर के महाकाली मंदिर में मां काली का पूजा पंडाल देर रात खुल गया. मां काली का पट खुलने के साथ ही पूजा-अर्चना के लिए लोग पहुंचना शुरू कर दिये हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 8, 2024 8:46 PM

सीवान. शहर समेत पूरे जिले में नवरात्र की धूम मची है. माता रानी के भक्तिपूर्ण गीत-संगीत से संपूर्ण वातावरण गूंज रहा है, जहां लोग भक्ति के सागर में गोते लगा रहे हैं.इधर, शारदीय नवरात्र की षष्ठी को वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शहर के महाकाली मंदिर में मां काली का पूजा पंडाल देर रात खुल गया. मां काली का पट खुलने के साथ ही पूजा-अर्चना के लिए लोग पहुंचना शुरू कर दिये हैं. बंगाली अखाड़ा में श्री हरिसभा दुर्गा पूजा समिति के पंडाल में वैदिक मंत्रोच्चार व शंख की जयघोष के बीच मंगलवार की देर रात्रि मां दुर्गा का पट खुल गया यहां विधि-विधान से पूजा संपन्न कराई गयी. अधिकतर पूजा पंडालों में आज खुलेगा पट जिले में अन्य पूजा पंडाल में मां का पट बुधवार को खुलेगा. नवरात्र के सातवें दिन सप्तमी को मां दुर्गा का पट खुलने को लेकर पूजा समितियों की तैयारी अंतिम चरण में है. मां का पट खुलने से पूर्व सभी पूजा पंडाल अलग-अलग डिजाइन में आकार ले चुके हैं. इन पंडालों का निर्माण कोलकाता, झारखंड, दिल्ली व यूपी के अलावा स्थानीय कारीगरों ने किया है. ललित बस स्टैंड में बरसाना का कीर्ति मंदिर तो पीदेवी मोड़ पर थाईलैंड के बौद्ध मंदिर की तर्ज पर पंडाल बनाया गया है. इधर पंडालों में लाइट देखकर रात में भी दिन सा नजारा दिख रहा है.वहीं शहर के बड़ी मस्जिद के पीछे धर्मसभा, कसेरा टोली, सोनार टोली, अग्रवाल टोली, पुरानी बजाजी, कागजी मोहल्ला, शुक्ल टोली, दक्खिन टोला, नवलपुर व मखदुम सराय आदि पूजा समितियों में मां दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप देने का कार्य अंतिम चरण में है. साज-सजावट का कार्य मंगलवार की देर रात तक चलता रहा. मां कात्यायनी को प्रसन्न किया विशेष पूजा विधि से माता कात्यायनी के मंत्रों का जाप जब कर विशेष पूजा पद्धति से प्रसन्न करने का प्रयास माता के भक्तों ने किया. मां कात्यायनी को सफलता और यश का प्रतीक माना जाता है. मां दुर्गा के इस रूप यानी मां कात्यायनी की कृपा हमेशा स्वयं और परिवार पर बनी रहे, इसको लेकर पूरी विधि से मां कात्यायनी की पूजा संपूर्ण विधि और मंत्र उच्चारित कर की गई. आज होगी मां कालरात्रि की पूजा नवरात्रि के नौ दिनों में मां के 9 रूपों की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है. बुधवार को नवरात्रि का सातवां दिन है.नवरात्रि के सातवें दिन मां के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा- अर्चना की जाती है.

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