आश्रय स्थल में एक माह में 150 लोगों ने गुजारी रात
पिछले दो दिनों से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड में गरीबी और छत के अभाव में सड़कों पर खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वाले आश्रयविहीन लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है. वहीं अन्य जगहों से सीवान आने वाले गरीब व मजदूर लोगों को भी रात गुजारने मे परेशानी होती है.
संवाददाता,सीवान.पिछले दो दिनों से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड में गरीबी और छत के अभाव में सड़कों पर खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वाले आश्रयविहीन लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती है. वहीं अन्य जगहों से सीवान आने वाले गरीब व मजदूर लोगों को भी रात गुजारने मे परेशानी होती है.आम दिनों में तो बाहर से आने वाले लोग बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों पर रात गुजार लेते हैं.लेकिन, ठंड के मौसम में पैसे के अभाव में उन्हें खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ती है. मौलाना मजहरूल हक बस स्टैंड के पास बनाये गये 50 बेडों वाला आश्रय स्थल आश्रयविहीनों का सहारा बन रहा है. यहां रात गुजारने वाले लोगों को मनोरंजन के लिए टीवी एवं वाइफाई की सुविधा मिल रही है. एक दिसंबर 2024 से लेकर अब तक 150 से अधिक लोग आश्रय स्थल में रात गुजार चुके हैं. इसका संचालन दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करती हैं.आश्रय स्थल 50 बेड का है. यहां आने वाले लोग नि:शुल्क रहते हैं.30 रुपये में उन्हें एक समय का भोजन भी दिया जाता है. इओ अरविंद कुमार सिंह के निर्देशानुसार आश्रय स्थल में सभी आवश्यक सामग्री उपलब्ध करा दी गई है.
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