संवाददता, सीवान. दो दिनों में हुई 47.68 एमएम बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली है. वहीं धान के रोपनी की तस्वीर भी काफी तेजी से बदली है.दो दिनों में धान की रोपनी में आंकड़ा 75 फीसदी के पार पहुुंच गया है. बारिश होने से सूख रही फसलों को संजीवनी मिली और किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. बारिश होने से धान के अलावा खरीफ की अन्य फसलों को भी लाभ मिला है. . करीब तीन सप्ताह बाद जिले में बुधवार की दोपहर बाद से मौसम में बदलाव आया हैं. इसके साथ ही झमाझम बारिश शुरू हुई हैं. गुरुवार और शुक्रवार को भी बारिश होने से किसानों में खुशी है. हालांकि रोपनी के लिए जितनी बारिश की आवश्यकता है अभी उतनी नहीं हुई है. मौसम विभाग के अनुसार अगस्त के दो दिनों में 47.68 एमएम बारिश हुई हैं. अगस्त में सामान्य वर्षापात के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में 282.40 एमएम बारिश होती हैं. दो दिनों में सबसे अधिक बारिश महाराजगंज में 92.6 एमएम हुई है और सबसे कम गुठनी में 22.6 एमएम. बताते चलें कि जिले में अब तक 75 प्रतिशत धान की रोपनी हो चुकी हैं. इधर किसानों के अनुसार यह बारिश धान के पौधे के लिए अमृत के समान है. इस वर्ष जुलाई में कम बारिश होने के कारण किसान अपने खेतों में पंपिंग सेट चलाकर पटवन कर रहे थे. उसके बावजूद भी धान के पौधे को नमी नहीं मिल रही थी. किसान बलेथा निवासी रामाधार शर्मा, नरेंद्र सिंह, संजय कुशवाहा, अजय साह, लकड़ी गांव निवासी संजीत कुमार, शंकर महतो आदि ने बताया कि यह बारिश फसल के लिए वरदान सरीखा है. तापमान में पांच डिग्री की गिरावट पिछले 25 दिनों से बारिश की कमी के चलते भीषण गर्मी से जिलेवासी काफी परेशान थे. बारिश के बाद तापमान में पांच डिग्री की गिरावट आयी है. जिले का अधिकतम तापमान शुक्रवार को 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
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