हड़ताल के चलते कारण अदालतों में नहीं हुआ कामकाज

शुक्रवार को भी सभी न्यायालयों का कामकाज ठप रहा.चार सूत्री मांगों लेकर आंदोलन कर रहे अदालतों के कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया.उधर न्यायालयों का कामकाज नहीं होने से विभिन्न मामलों में गिरफ्तार अभियुक्तों की पेशी नहीं हो सकी.इसके चलते पुलिस अधिकारियों की परेशानी बढ़ गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 17, 2025 9:33 PM

संवाददाता,सीवान.शुक्रवार को भी सभी न्यायालयों का कामकाज ठप रहा.चार सूत्री मांगों लेकर आंदोलन कर रहे अदालतों के कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया.उधर न्यायालयों का कामकाज नहीं होने से विभिन्न मामलों में गिरफ्तार अभियुक्तों की पेशी नहीं हो सकी.इसके चलते पुलिस अधिकारियों की परेशानी बढ़ गयी है. साथ ही जमानत की कार्रवाई न होने से बंदी भी परेशान हैं.हड़ताल का असर इस कदर रहा कि अन्य दिनों की तरह मंडल कारा से कैदियों को लेकर वाहन भी यहां नहीं आये. प्रदेश न्यायिक कर्मचारी संघ के आह्वान पर सभी जिलों में कोर्ट कर्मचारी द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. सिविल कोर्ट के सभी न्यायिक कर्मचारी कोर्ट परिसर में धरना प्रदर्शन के साथ-साथ हाथों में तख्ती के लिए घूम-घूम कर विरोध प्रदर्शन करते रहे. दूसरे दिन कर्मचारियों में नाराजगी का असर इस कदर रहा कि रिमांड भी नही होने दिया. विभिन्न आपराधिक मामलों में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्त भी बगैर रिमांड के वापस कर दिए गये. प्रत्येक ऑफिस, इजलास कक्ष पुलिस वार्ड, हाजत आदि में भी तालाबंदी कर दिया. कोर्ट कर्मचारी वेतनमान में विसंगतियां, बिहार सरकार के कर्मचारियों के समान वेतन में एकरूपता लाने, न्यायिक कैडर लागू करने, तृतीय चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों का ग्रेडेशन लागू करने आदि मूलभूत व्यवस्थाओं को लेकर हड़ताल पर गए हैं. उनका कहना है कि बिहार सरकार ने उन्ही के साथ भर्ती किए गए कर्मचारियों को समय-समय पर इंक्रीमेंट प्रोत्साहन राशि आदि देकर सम्मानित किया है किंतु उनके साथ दोहरी नीति लागू है. जिला सिविल कोर्ट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष रंजय कुमार श्रीवास्तव ने संघ के प्रतिनिधि की रूप में सभी कर्मचारियों की ओर से स्पष्ट किया कि वह प्रदेश की यूनियन के नेताओं के साथ है उनके द्वारा लिए गए निर्णय के आलोक में करो या मरो की स्थिति में है. मुकदमों की सुनवाई न होने से परेशान दिखे फरियादी हड़ताल के चलते कचहरी परिसर में सन्नाटा छाया रहा.आंदोलन की खबर पाकर अन्य दिनों की तरह फरियादी भी मुकदमों की पैरवी को लेकर कम संख्या में आये.यहां आये फरियादियों ने अपने अधिवक्ताओं से आवश्यक बात कर निराश होकर लौट गये.उ किशोर न्यायालय का कामकाज रहा सामान्य न्यायालय कर्मियों के हड़ताल के बीच किशोर न्यायालय का कार्य अन्य दिनों की तरह सामान्य रूप से चलता रहा.यहां जमानत पर सुनवाई अन्य दिनों की होती रही. यहां तकरीबन चार दर्जन मामलों की सुनवाई हुयी.यहां एक पेशकार को छोड़कर अन्य सभी कर्मी कलेक्ट्रेट संवर्ग कर्मचारी व जिला विधिक सेवा प्राधिकार से संबद्ध पैरा लिगल वोलेंटियर हैं, जो हड़ताल से अलग हैं.जिसके चलते अन्य अदालतों की तरह यहां कामकाज पर कोई असर नहीं दिखा.

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