अधेड़ की धारदार हथियार से हत्या

गुठनी. थाना क्षेत्र के चकरी गांव में सोमवार की देर शाम बाइक से ले जाकर हरेश राजभर (50) की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई. परिजनों का आरोप था कि परेश अपने घर पर बैठा हुआ था. तभी गांव के ही कुछ लोग उसे बाइक से बिठाकर ले गये.

By Prabhat Khabar News Desk | October 29, 2024 9:33 PM

गुठनी. थाना क्षेत्र के चकरी गांव में सोमवार की देर शाम बाइक से ले जाकर हरेश राजभर (50) की धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई. परिजनों का आरोप था कि परेश अपने घर पर बैठा हुआ था. तभी गांव के ही कुछ लोग उसे बाइक से बिठाकर ले गये. जहां कुछ देर बाद उन्हें पता चला की उसके साथ मारपीट की जा रही है. परिजन सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे तो देखा कि उसके मुंह को गमछे से बांध दिया गया है. और उसके गर्दन, सर, आंख और शरीर के अन्य हिस्सों पर धारदार हथियार से हमला किया गया है. परिजनों के शोर मचाने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. वहीं परिजन जब तक उसे अस्पताल ले जाते. उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. घटना के बाद जहां पूरे गांव में सनसनी फैल गई. वहीं सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. थानाध्यक्ष रौशन कुमार का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ लगातार छापेमारी की जा रही है. आरोपित घर छोड़कर फरार हो गये. पुलिस आरोपियों पर करती कार्रवाई तो बच सकती थी जान थाना क्षेत्र के चकरी गांव निवासी हरेश राजभर की धारदार हथियार से हत्या के बाद पीड़ित परिवार का आरोप है कि दस दिन पहले आरोपियों द्वारा मृतक और उसके पिता को खेत में जाकर हत्या करने की धमकी दी गई थी. जिसकी कई बार शिकायत मृतक और उसके परिजनों द्वारा पुलिस को दी गई. बावजूद पुलिस की ढुलमुल रवैया रहा. परिजनों का कहना था कि पुलिस उल्टे उनसे आरोपियों के साक्ष्य प्रस्तुत करने का दबाव बना रही थी. डेढ़ वर्ष पूर्व मासूम के अपहरण का लगा था आरोप थाना क्षेत्र के चकरी गांव में अधेड़ की धारदार हथियार से हत्या की बात पीड़ित परिजनों में आक्रोश प्राप्त है. परिजन इस बात से आक्रोशित थे कि डेढ़ वर्ष पूर्व पड़ोसियों द्वारा मृतक पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया था. न्यायालय ने उसे जमानत दे दिया. लेकिन पुलिस द्वारा आज तक अपहृत मासूम की बरामद नहीं कर पायी. जिससे दोनों परिवारों में आक्रोश बढ़ता गया. परिजन इस बात से नाखुश थे कि अगर पुलिस अपहरण का मामला सुलझा देती तो हत्या की नौबत नहीं आती. बोले एसडीपीओ एसडीपीओ अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि पहले से विवाद का मामला सामने आ रहा है. एहतियात के तौर पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. मामले की जांच गंभीरता से किया जा रहा है.

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