लकड़ीनबीगंज की सभी पंचायतें बाढ़ की चपेट में, बांध पर रह रहे लोग
लकड़ी नबीगंज प्रखंड में बाढ़ के पानी के दुबारा दस्तक देने से क्षेत्र के लगभग सभी पंचायतों में पानी घुस गया है.
लकड़ीनबीगंज/बसंतपुर. लकड़ी नबीगंज प्रखंड में बाढ़ के पानी के दुबारा दस्तक देने से क्षेत्र के लगभग सभी पंचायतों में पानी घुस गया है. गोपालगंज के देवापुर व पकहा में बांध के टूटने से बाढ़ का पानी लकड़ीनबीगंज के लगभग सभी पंचायतों में तबाही मचाने को तैयार है. प्रखंड के भादा पंचायत व बलडीहा पंचायत में बाढ़ के पानी ने तबाही मचा दी है. इन पंचायतों के हजारों लोग विस्थापित होकर नहर के बांध पर शरण ले लिए है. वहीं बलडीहा पंचायत में बाढ़ का पानी दो तरफ से आने से पंचायत के लगभग सभी घरों में पानी प्रवेश कर गया है.
प्रखंड क्षेत्र से होकर गुजरने वाली धमई नदी से बाहर निकल कर बह रहे पानी ने भादा पंचायत के खुशहाल डुमरी व बलडीहा पंचायत के मुसेहरी को अपने आगोश में ले लिया है. उधर गोपालगंज के सिधवलिया के रास्ते तालिमापुर मठीया में मुख्य सड़क पार कर पानी एक साथ तीव्र गति से डुमरा, बाला होते हुए एनएच को पार कर लकड़ी नबीगंज मुख्यालय के तरफ तेजी से बढ़ रहा है.
पानी के बहाव को देख ऐसा प्रतीत हो रहा है की बुधवार की सुबह तक नबीगंज मुख्यालय को बाढ़ का पानी प्रभावित कर देगा. इधर मलमलिया-महम्मदपुर एनएच के बाला पुल के दक्षिण सड़क के ऊपर से भी पानी बहने से आवागमन प्रभावित होने का खतरा भी मंडरा रहा है. वहीं गोपालपुर कोठी, बंगरा समेत पूर्व दिशा के सभी रास्तों को बाढ़ के पानी ने अवरुद्ध कर दिया है.
जिससे लोगों को लकड़ी नबीगंज प्रखंड मुख्यालय आने में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रखंड मुख्यालय में आने के लिए लोग गंडक नहर के बांध का सहारा ले रहे है. बाढ़पीड़ितों को सबसे परेशानी पशुओं के चारा को लेकर हो रही है. बाढ़पीड़ितों ने बताया की लगभग एक माह पूर्व आये बाढ़ के दौरान कुछ जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा खाद्य-पदार्थ उपलब्ध करा दिया जा रहा था. अब उसकी भी सुविधा मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. स्थानीय जनप्रतिनिधि भी बाढ़ पीड़ितों का हाल-चाल जानने के लिए नहीं आ रहे हैं.
posted by ashish jha