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अंधापन निवारण कार्यक्रम का बजट घटा

स्वास्थ्य विभाग ने जिला गैर संचारी रोग विभाग को वर्ष 2023-24 में लगभग 500 मोतियाबिंद के मरीज के आंखों का ऑपरेशन करने का लक्ष्य दिया गया था

सीवान. स्वास्थ्य विभाग ने जिला गैर संचारी रोग विभाग को वर्ष 2023-24 में लगभग 500 मोतियाबिंद के मरीज के आंखों का ऑपरेशन करने का लक्ष्य दिया गया था. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिला गैर संचारी रोग विभाग को पांच लाख रुपए का फंड उपलब्ध कराया था. वित्तीय वर्ष 2023-24 में अस्पताल द्वारा मात्र 167 लोगों के ही मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा सका. इस मद में जिला गैर संचारी रोग विभाग ने 5 लाख में मात्र 170000 रुपए ही खर्च किया. मार्च के बाद शेष राशि 3 लाख 30 हजार रुपए विभाग को वापस कर दी गई. वर्ष 2023 -24 में लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होने पर स्वास्थ्य विभाग ने अंधापन निवारण कार्यक्रम का बजट घटाकर 2024-25 में तीन लाख रुपए कर दिया है. सदर अस्पताल के गलत प्रबंधन के कारण विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि का प्रयोग करते हुए मोतियाबिंद के मरीजों के आंखों का ऑपरेशन नहीं किया गया. मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए भटकते हैं गरीब मरीज अंधापन निवारण कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल में नि:शुल्क लेंस लगाकर मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने की व्यवस्था की गई है. लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा इस संबंध में विशेष रुचि नहीं लिए जाने के कारण गरीब मरीज मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने के लिए सदर अस्पताल में भटकते हैं. ठंड के मौसम में लोग मोतियाबिंद का ऑपरेशन कारण अधिक पसंद करते हैं. लेकिन सदर अस्पताल में ठंड के मौसम में मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने की रफ्तार काफी धीमी होती है. अस्पताल प्रशासन द्वारा कभी लेंस एवं दवा तो कभी डॉक्टर की कमी की बात कह कर समय से मरीजों के आंखों का ऑपरेशन नहीं किया जाता है. लक्ष्य को पूरा करने के लिए सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा कभी भी शिविर का आयोजन कर मोतियाबिंद का ऑपरेशन नहीं किया गया है. अस्पताल प्रशासन ठंड के मौसम में आइएमए से सहयोग लेकर शिविर का आयोजन कर सकता है. इससे गरीब मरीजों को राहत मिल सकती है. आयुष्मान भारत योजना के तहत सदर अस्पताल इंपैनल अस्पताल है. लेकिन मरीजों की इस योजना के तहत मोतियाबिंद के ऑपरेशन नहीं किए जाते. बोले जिम्मेदार लक्ष्य के मुताबिक सदर अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन पिछले वित्तीय वर्ष में कम हुआ है. सदर अस्पताल में अभी भी मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जा रहा है. गर्मी में लोग ऑपरेशन करना पसंद नहीं करते हैं. इस वर्ष प्रयास किया जाएगा की लक्ष्य की प्राप्ति हो. डॉ अनिल कुमार सिंह, प्रभारी एसीएमओ सह सीडीओ,सीवान

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