सदर अस्पताल को उपलब्ध करायी गयी हीमोफीलिया की दवा
बीएमएसआइसीएल हीमोफीलिया मरीजों के लिए फैक्टर 7,8 एवं 9 की दवा सदर अस्पताल को उपलब्ध करा दिया है. दवा उपलब्ध हो जाने से हीमोफीलिया से ग्रसित गरीब मरीजों को काफी राहत मिल रही है.
सीवान. बीएमएसआइसीएल हीमोफीलिया मरीजों के लिए फैक्टर 7,8 एवं 9 की दवा सदर अस्पताल को उपलब्ध करा दिया है. दवा उपलब्ध हो जाने से हीमोफीलिया से ग्रसित गरीब मरीजों को काफी राहत मिल रही है. सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा दवा काउंटर पर सिर्फ फैक्टर 8 की ही महंगी दवा मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है.कर्मचारियों का कहना है कि सदर अस्पताल में सिर्फ फैक्टर 8 के ही मरीज आते हैं.इसलिए दवा काउंटर पर फैक्टर 8 की ही दवा रखी गई है.वैसे सदर अस्पताल के दवा भंडार में फैक्टर 7,8 एवं 9 की दवा पर्याप्त मात्रा में मरीजों के लिए उपलब्ध है.हीमोफीलिया एक प्रकार का ब्लीडिंग डिसऑर्डर है.यह एक जेनेटिक रोग है . हीमोफीलिया के लक्षण: रक्तस्राव हीमोफीलिया का एक प्राथमिक लक्षण है. इसके अलावा .जोड़ों में ब्लीडिंग होने से कोहनी, घुटने और टखने प्रभावित होते हैं. बार-बार नाक से खून बहना जिसे रोकना मुश्किल हो जाना. हीमोफीलिया के कारण:- रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया नियंत्रित करने वाली जीन में गड़बड़ी होना ही लगभग सभी प्रकार के हीमोफीलिया का प्राथमिक कारण है.रक्त के थक्के जमना एक ऐसी प्रक्रिया है, जो किसी खुले घाव को बंद करके ब्लीडिंग को रोक देती है. हीमोफीलिया ए और बी का कारण बनने वाली जीन में म्यूटेशन का लगभग एक तिहाई हिस्सा माता-पिता से ही प्राप्त होता है और बाकी का म्यूटेशन अपने आप हो जाता है. यहां तक कि जिन लोगों के परिवार में किसी को हीमोफीलिया की समस्या नहीं है, उन्हें भी यह रोग हो सकता है. जिन लोगों को बिना किसी फैमिली हिस्ट्री के हीमोफीलिया हो जाता है .
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है