सीवान. सीवान में ज़हरीली शराब से मौत के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. घटना शुक्रवार की सुबह 8 बजे के आसपास की है.घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक एवं पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.गांव के लोगों की बात अगर सच माना जाये तो स्थानीय चौकीदार के साथ पुलिस अमरजीत की मौत के बाद उसके घर पहुंची तथा शराब को जब्त किया. परिवार के लोगों द्वारा भी घर में बचे शराब को नष्ट करने की बात ग्रामीणों द्वारा बताई गयी. मृतक के घर के आसपास शराब की खाली पॉलीथिन सड़क के किनारे पड़ी हुई थी. अमरजीत के घर वालों ने बताया कि अमरजीत पास ही के गांव बलथरा से शराब लाकर बेचता था. एसडीपीओ राकेश कुमार ने कहा कि घटना के बाद लगातार छापेमारी की जा रही है. लेकिन सफलता नहीं मिली है. लकड़ी नबीगंज प्रखंड के लकड़ी नबीगंज में जहरीली शराब की घटना के बाद महाराजगंज अनुमंडल के एसडीएम अनिल कुमार एवं एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन सहित अन्य पदाधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लकड़ी नबीगंज में कैंप कर रहे हैं. विशेष परिस्थिति से निबटने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों से लगभग आधा दर्जन एंबुलेंस को तैनात किया गया है. घटना की जांच करने के लिए पटना से भी अधिकारियों का एक दल आया गांव में पहुंचा है. आसपास के लोगों से बातचीत की गई तो लोगों ने प्रशासन पर सवाल खड़ा करते हुए लोगों ने बताया की जिसकी जान गई है, वही शराब बेचता था. लोगों ने बताया कि गांव में शराब बेचने की जब भी पुलिस से शिकायत की जाती थी तो पुलिस कहती थी कि चल कर बताइये. लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस के संरक्षण में शराब की बिक्री होती है. मृतककी पत्नी ने रोते हुए बताया कि कुछ दिन पहले जो शराब से मौत हुई थी. उस वक्त से लगातार उसके पति अमरजीत यादव फरार था. एक सप्ताह से ही घर पर रह रहा था. उसने बताया कि पहले से शराब बेचता था. कल सबके साथ शराब पिया था और मुझसे हमेशा की तरह झगड़ा करके पीने के लिए पानी मांगा. जब मैंने पानी दिया तो पीकर बोला की सिर में बहुत दर्द है. उसके बाद लगातार उसकी तबीयत बिगड़ती चली गयी. देर रात तक उसके पेट में दर्द, क़ई उल्टियां भी हुई, जिसके बाद अस्पताल ले जाया गया. सीवान सदर अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. इलाज के लिए छह डॉक्टरों की डीएम ने बनायी टीम शराब पीने से जिन लोगों की तबीयत खराब हुई है उनका उपचार करने के लिए डीएम द्वारा छह सदस्यीय चिकित्सक टीम का गठन किया गया है. सिविल सर्जन डॉक्टर श्रीनिवास प्रसाद की अध्यक्षता में गठित टीम ने अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार सिंह, डॉक्टर जितेन्द्र कुमार सिंह, डॉक्टर अनूप कुमार दूबे, डॉक्टर राजीव रंजन, चिकित्सा पदाधिकारी एवं डॉक्टर बृजेन्द्र कुमार शामिल है. जिलाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन को यह निदेशित किया गया है कि उक्त घटना से प्रभावित मरीजों का सूची तैयार कर भेजना सुनिश्चित करें तथा प्रभावित पंचायतों में एंबुलेंस व्यवस्था एवं अस्पतालों में सभी आवश्यक दवा,रखें. गे.इधर सदर अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र कुमार सिंह, डॉ.विजेंद्र प्रसाद एवं डॉक्टर रजनीकांत तिवारी की तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने मृतक अमरजीत एवं अशोक का पोस्टमार्टम किया.
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