संवाददाता सीवान. मामूली बात पर मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बलेथा गांव में गुरूवार को चाकू से गोदकर मां -बेटे की हत्या की घटना के देर रात पिता ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को एक साथ पति- पत्नी व बेटे का अंतिम संस्कार हुआ. शव उठते ही हर तरफ चित्कार की आवाज सुनाई पड़ने लगी.यह सुन हर किसी की आंखें नम हो गयी. दहा नदी के किनारे घाट पर पुलिस की मौजूदगी में यह अंतिम संस्कार संपन्न हुआ. बताते चलें की बलेथा निवासी सूरज टेंट का काम करता था.गुरुवार को अपने घर के दरवाजे पर टेंट का सामान रख रहा था.इस दौरान उसके बड़े भाई अवधेश साह ने विरोध किया. जिससे दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया था . विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और अवधेश ने अपने बेटे आलोक के साथ मिलकर सूरज पर चाकू से हमला कर दिया था.जब सूरज की मां सुशीला देवी और पिता शिवनाथ साह ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उन पर भी चाकू से हमला किया गया. इस हमले में सूरज और उसकी मां सुशीला देवी की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि पिता शिवनाथ साह गंभीर रूप से घायल हो गये.उन्हें इलाज के लिए पटना ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया. इधर तीनों का शव का पोस्टमार्टम करा शुक्रवार की सुबह पुलिस ने परिजनों कों सौप दिया. पहले भी अवधेश कर चुका था मां पर हमला मृत सूरज की बहन शुभावती देवी ने बताया कि उसके बड़े भाई अवधेश साह के साथ पहले भी कई बार विवाद हो चुका है. जमीन को लेकर भी अक्सर विवाद होते रहते थे. इसको लेकर मामले को लेकर थाने में शिकायत भी हुई थी.वही उसने यह भी बताया कि इसके पहले भी अवधेश अपनी मां सुशीला देवी पर चाकू से हमला कर चुका था.हालांकि वह घायल हो कर ठीक हो गई थी.लेकिन गुरुवार की संध्या उसने मौत के घाट उतार दिया. बंटवारे को लेकर हो चुकी थी पंचायत दो भाईयों के बीच संपत्ति की बंटवारे को लेकर कई बार पंचायती भी हो चुकी थी. अभी हाल ही में पंचायती होने वाली थी. तब तक दोनों में विवाद हुआ और ऐसी दुखद घटना हो गयी. स्थानीय लोगों का कहना है कि इन लोगों का विवाद कई वर्षों से चला आ रहा है. थानाध्यक्ष ने किया घटनास्थल की जांच घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को मुफस्सिल थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने घटना स्थल की जांच की.जिसके बाद घटनास्थल की फोटोग्राफी और वीडियो ग्राफी कराया.वही ट्रिपल हत्या मामले में मृतक सूरज की पत्नी से पुलिस ने फर्द बयान लिया और कार्रवाई में जुट गई. एक साथ उठी तीन अर्थियां ,माहौल हुआ गमगीन शुक्रवार बलेथा के ग्रामीणों के लिए काला दिन साबित हुआ, जब सुबह 10:30 बजे एक साथ पति- पत्नी और बेटे की अर्थी उठी. भारी संख्या में मौजूद लोगों के बीच एंबुलेंस से मां बाप-बेटा का शव दरवाजे पर उतारा गया तो हर ओर चीत्कार मच गया.हृदय विदारक क्षण को देखकर सगे .सभी के आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रही थी. इधर जैसे ही तीनों अर्थियाँ घर से निकलीं, पूरे गांव में शोक का माहौल छा गया. सूरज की पत्नी और उसके छह छोटे-छोटे बच्चों की चीख सुनकर गांव के लोग अपने आंसू नहीं रोक पायेगांव के बुजुर्ग और युवा सभी इस ह्रदयविदारक घटना से स्तब्ध हैं.गांव के लोग अब भी इस घटना के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं.ऐसी घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है, और सभी मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की जा रही है.
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