भीषण गर्मी में बिजली संकट ने बढ़ायी परेशानी
भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया है. भीषण गर्मी व उमस के बीच बार-बार पावर ट्रिप करने की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है.. पिछले कई दिनों से जिले का पारा 40-43 डिग्री सेल्सियस रह रहा है. रविवार को भी शहर का तापमान 43 डिग्री से ज्यादा रहा. भीषण गर्मी में लोगों को निर्वाध बिजली उपलब्ध कराने में विभाग हांफ राहा है.
महाराजगंज. भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को परेशान कर दिया है. भीषण गर्मी व उमस के बीच बार-बार पावर ट्रिप करने की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है.. पिछले कई दिनों से जिले का पारा 40-43 डिग्री सेल्सियस रह रहा है. रविवार को भी शहर का तापमान 43 डिग्री से ज्यादा रहा. भीषण गर्मी में लोगों को निर्वाध बिजली उपलब्ध कराने में विभाग हांफ राहा है. प्रचंड गर्मी की वजह से शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक में ओवरलोड की समस्या बढ़ गयी है. ओवरलोड की वजह से लोगों को दिन भर में चार से पांच घंटे तक बिजली कटौती की मार झेलनी पड़ रही है. कई इलाकों में लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है. अब तो बिजली कटौती की मार झेल रहे लोग आक्रोशित होकर सड़क पर उतरने लगे है. भीषण गर्मी में हांफ रहे ट्रांसफॉर्मर व फ्यूज : पिछले एक पखवारे से जारी भीषण गर्मी की वजह से शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में सामान्य दिनों की तुलना में बिजली की खपत दोगुना बढ़ गयी है. इसकी वजह से ट्रांसफार्मर से लेकर फ्यूज व केबल तक धधकने लगे हैं. बार-बार फ्यूज उड़ने व जंपर गल जाने से लोगों को बिजली की कटौती का सामना करना पड़ा है. विभागीय पदाधिकारियों की माने तो महाराजगंज शहरी क्षेत्र में सामान्य दिनों में 10 से 12 मेगावाट बिजली की खपत होती है. इधर गर्मी बढ़ जाने की वजह से बिजली की डिमांड काफी बढ़ गयी है. इसकी वजह से ओवरलोड की समस्या आने लगी है. अभी 15 से 17 मेगावाट बिजली की खपत हो रही है. यह आ रही है समस्या- बिजली कंपनी की मानें तो बिजली की डिमांड बढ़ जाने की वजह से तार हीट होकर गल जा रहा है. ओवरलोड की वजह से फ्यूज उड़ जा रहे हैं. जंपर गल जा रहा है. एचएनडीबी बॉक्स व केबल में आग लग जा रही है. क्षमता से अधिक लोड पड़ने की वजह से ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट हो जा रहा है. बोले कार्यपालक अभियंता निर्बाध बिजली की सालाई की पूरी कोशिश की जा रही है. 24 घंटे मानव बल अलर्ट रहते हैं, जहां से भी पयूज, जंपर, केबल आदि से संबंधित शिकायत आती है, उसे अविलंब ठीक करा कर बिजली की सप्लाई शुरू करा दी जाती है. कुछ जगहों पर अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की बात हो रही है, लेकिन वहां जमीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. प्रशांत कुमार पंडित, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर, महाराजगंज
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