मैरवा. रामजानकी मार्ग के निर्माण की राह आसान नजर नहीं आ रही है.सड़क निर्माण को लेकर भूमि अधिग्रहण के पूर्व संबंधित रैयतों को मुआवजे की राशि के भुगतान में विलंब से यह परेशानी उत्पन्न हुई है. विभाग का कहना है कि रामजानकी मार्ग में भूमि अर्जन को लेकर मैरवा अंचल अंतर्गत लगे विशेष कैंप में रैयतों का दिलचस्पी नही लेने से मुआवजा राशि के निर्धारण में परेशानी हो सकती है. मौजा वाइज लगे विशेष कैंप में अबतक लगभग 150 से अधिक रैयतों ने कागजात जमा किया है.जिसमे 115 कागजात अपूर्ण है और 34 कागजात सही पाया गया है. 34 रैयतों के मुआवजा की राशि के लिए जिला को भेजा दिया गया है. वही अपूर्ण कागजात को सही करने के लिए रैयतों को अंचल कार्यालय से आवश्यक कागजात उपलब्ध कराने को कहा गया है. विशेष कैंप की तिथि 11 जुलाई को खत्म हो जायेगा. जिसमे मात्र नौ दिन ही बाकी है. सबसे ज्यादा रैयतों का भूमि नगर पंचायत, बभनौली, सेमरा, इंगलिश, सेवतापुर और मुड़ियारी है. इस संबंध में सीओ राहुल कुमार ने कहा की मैरवा अंचल अंतर्गत दो हजार से अधिक रैयतों की जमाबंदी उनके पूर्वजों के नाम से कायम है.इन सभी रैयतों को अपने नाम से जमाबंदी कराना आवश्यक है. क्योंकि राजस्व एव भूमि विभाग के निर्देशानुसार आफ लाइन भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र बनाने पर रोक लगा दिया गया है. वही ऑनलाइन भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जमाबंदी रैयतों को अपने नाम से करना आवश्यक है. इसके साथ ही नामांतरण के लिए आपसी सहमति के साथ बंटवारा का कागजात और वंशावली अनिवार्य है. उन्होंने ने सभी रैयतों से अनुरोध किया कि अपने हल्का के राजस्व कर्मचारी से मिलकर बंटवारा करते हुए अपने नाम से करा ले. जिससे रामजानकी मार्ग में पड़े भूमि का मुआवजा जल्द से जल्द रैयतों को भुगतान किया जा सके.उधर राजस्व कर्मचारियों की मनमानी के चलते बंटवारा संबंधित कागजात व वंशावली तैयार करने में परेशानी उत्पन्न हो रही है.जिससे यह आशंका जतायी जा रही है कि भूमि अधिग्रहण को लेकर तय समय सीमा में यह कार्य पूर्ण होने के आसार नहीं है.ऐसे हालात में सड़क निर्माण कार्य को लेकर अभी गतिरोध बरकरार रहने की उम्मीद है.
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