मंदिर एक ऐसा पवित्र स्थान है जहां आने वाले को सकारात्मक ऊर्जा का एहसास होता है. जिससे मन के साथ ही तन को भी शांति मिलती है. लेकिन बिहार में एक ऐसा गांव है जहां मंदिर ही नहीं है. सिवान के महाराजगंज अनुमंडल के सूरवीर गांव में एक भी मंदिर नहीं है. यहां देवी देवताओं को खुले आसमान के नीचे रखा जाता हैं और श्रद्धालु सदियों से इसी तरह से भगवान की पूजा करते आ रहे हैं. लोगों का कहना है कि जो भी यहां मंदिर बनाने की कोशिश करता है उसे नाग डस लेता है. जिससे मौत हो जाती है.
ग्रामीणों ने बताया की काफी साल पहले हमारे दादा मंदिर बनवाने के लिए सुरवीर गांव में पंडीजी के टोला के शिव स्थान पर नींव रखवाना चाहते थे. लेकिन उन्हें एक नाग ने डस लिया और उनकी मौत हो गई. तब से किसी ने भी यहां मंदिर बनाने की कोशिश की तो उसके साथ भी इसी तरह का वाकया हुआ. कई लोगों ने यहां नाग और नागिन की जोड़ी को भी देखा है. नाग-नागिन का यह जोड़ा एक पेड़ के पास रहता है. वैसे ये किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाते. लेकिन जब भी कोई मंदिर बनाने की बात सामने रखता है तो ये उसे डस लेते हैं.
Also Read: Petrol Diesel Price In Bihar: तेल कंपनियों ने जारी किए पेट्रोल-डीजल के दाम, जानें अपने शहर में तेल का भाव
आज भी सुरवीर के पंडीजी के टोला स्थित भगवान शिव के स्थान पर महिलाएं या गांव के लोग पूजा करने आते हैं. लेकिन उनके अंदर नाग-नागिन का एक खौफ बना रहता है. महिलाएं भी बताती हैं कि नाग देवता खुला रहना चाहते हैं. जिसके कारण जब-जब मंदिर बनवाने की बात होती है तो कुछ घटना घट जाती है. हालांकि महिलाओं का कहना है कि यह स्थान को लोग बहुत मानते हैं. लोगों की सभी मनोकाम यहां आकर पूरी होती हैं. शिव स्थान के अलावा गांव में 8 जगह इसी तरह देवी-देवताओं के खुले स्थान हैं.