छात्रा की मौत पर लोगों ने सड़क जाम कर की आगजनी

मैरवा-दरौली मुख्य मार्ग के मैरवा धाम के समीप सेमरा मोड़ पर बुधवार की सुबह सात बजे बालू लदे ट्रक की चपेट में आने से एक छात्रा की मौत घटना स्थल पर हो गयी. मृतका दरौली थाना क्षेत्र के लक्ष्मण चक गांव के शिवमंगल साहनी की 16 वर्षीय पुत्री सोनम कुमारी थी, जो 12 वीं की में पढ़ती थी.

By Prabhat Khabar News Desk | October 9, 2024 7:35 PM

मैरवा. मैरवा-दरौली मुख्य मार्ग के मैरवा धाम के समीप सेमरा मोड़ पर बुधवार की सुबह सात बजे बालू लदे ट्रक की चपेट में आने से एक छात्रा की मौत घटना स्थल पर हो गयी. मृतका दरौली थाना क्षेत्र के लक्ष्मण चक गांव के शिवमंगल साहनी की 16 वर्षीय पुत्री सोनम कुमारी थी, जो 12 वीं की में पढ़ती थी. अस्पताल में कोचिंग के छात्र सहित परिजनों की भीड़ उमड़ पड़ी. मौत की घटना के बाद परिजनों में चीख पुकार मच गयी. इधर स्थानीय लोगों ने पीछा कर ट्रक को पकड़ लिया. मगर चालक मौके से फरार हो गया. इधर घटना के दो घंटे बाद आक्रोशित परिजनों ने मैरवा सीवान मुख्य मार्ग को मैरवा धाम के समीप जाम कर आगजनी की. जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. परिजनों ने बताया की मैरवा नहर पुल के एसबीआइ के समीप साइकिल से दो छात्रा एक साथ कोचिंग करने के लिए जा रही थी. मैरवा से दरौली की तरफ तेज रफ्तार जा रहे ट्रक ने साइकिल सवार छात्रा को टक्कर मार दिया. जिससे ट्रक का चक्का कमर पर चढ़ने से बुरी तरह जख्मी हो गयी और उसकी मौत हो गयी. थाना प्रभारी प्रमोद साह ने बताया कि ट्रक को जप्त कर पुलिस कानूनी करवाई कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए सीवान भेज दिया गया है. आगजनी व सड़क जाम से यातायात बाधित छात्रा की मौत के बाद आगजनी व सड़क जाम से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. लगभग दो घंटे तक सड़क जाम होने से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. दूसरी ओर सिसवां खुर्द के समीप पकड़े गए ट्रक के पास ग्रामीणों ने बवाल मचाया. मृतका के परिजनों को पांच लाख रुपये की मुवावजा तथा ट्रक चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. सूचना पर थाना प्रभारी प्रमोद साह, बीडीओ धनंजय कुमार आदि घटना स्थल पर पहुंचकर मामले को शांत कराया. बीडीओ ने पारिवारिक लाभ से 20 हजार रुपये तथा कबीर अंत्येष्टि से 3 हजार की राशि का चेक परिजनों को दिया. सोनम पढ़ाई के साथ दादी की करती थी सेवा सड़क दुर्घटना में सोनम की मौत के बाद परिजनों में चीख पुकार मचा है. मौत की सूचना पर सबसे पहले पहुंची दादी के चीख से सबकी आंखे नम हो गयी थी. क्योंकि सोनम गांव रहकर पढ़ाई के साथ साथ दादी की सेवा करती थी. उसके माता और पिता मुंबइ में काम करते हैं. चार भाई बहनों में मृतका सोनम सबसे बड़ी थी. सोनम इस साल इंटर फाइनल की परीक्षा देने वाली थी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version