सीवान. सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापकों को अब प्रतिदिन कक्षाएं लेनी होगी.साथ ही इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को देनी होगी. डीईओ राजेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रधानाध्यापक स्कूल के कागजी काम में ही फंसे रह जाते है. वे अध्यापन नहीं कर पाते है.अब प्रधानाध्यापक अपने कार्यों का बंटवारा शिक्षकों के बीच करेंगे. इससे उन्हें समय मिल सकेगा और कक्षाएं ले पाएंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि प्रधानाध्यापक जब कक्षाएं लेंगे तो अन्य शिक्षकों में भी पढ़ाने के प्रति उत्साह जगेगा. स्कूल में प्रधानाध्यापक की अलग छवि रहती है. प्रधानाध्यापकों को प्रत्येक कक्षा के निरीक्षण के लिए भी निर्देशित किया गया है. जिससे शिक्षकों की अध्यापन शैली एवं बच्चों की विषयवार समझ की परख कर सकें. उन्हें यह भी देखना होगा कि बच्चों को दिए गए एफएलएन किट का प्रयोग पढ़ाने में हो रहा या नहीं. स्कूलों का निरीक्षण कर्मी भी कक्षाओं में जाकर पठन-पाठन का स्तर देखेंगे. निरीक्षण कर्मी बच्चों से संबंधित विषय पर प्रश्न भी कर सकते है. डीईओ ने कहा कि निरीक्षण कर्मियों को भी पाठ्य पुस्तकों का अध्ययन करने के लिए कहा गया है. जिससे वे बच्चों की विषयवार योग्यता परख सके.
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