CM Nitish ने सीवान और सारण में हुई जहरीला पेय पदार्थ कांड की उच्चस्तरीय समीक्षा की, सख्त कार्रवाई का निर्देश
CM Nitish: बिहार के सारण और सीवान जिले में जहरीला पेय पदार्थ पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है. कई लोगों की हालत गंभीर है, जिनका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
CM Nitish: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीवान और सारण जिला में कल हुयी जहरीला पेय पदार्थ कांड की उच्चस्तरीय समीक्षा की. समीक्षा के पश्चात् मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वे घटनास्थल पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी लेकर सभी बिन्दुओं पर सघन जांच करें. मुख्यमंत्री ने ए०डी०जी० (प्रोहिबिशन) की पूरी टीम को घटनास्थल पर जाकर उसकी सघन जांच कर इस कांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
सीएम नीतीश ने पुलिस महानिदेशक को दिया निर्देश
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि पूरे घटनाक्रम की अपने स्तर से लगातार मॉनीटरिंग करते रहें और इस घटना के लिये जो भी दोषी हों उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें. मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से अपील करते हुये कहा कि शराब पीना बुरी बात है, यह लोगों को समझना चाहिये. शराब पीने से न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होता है बल्कि परिवार और समाज में अशांति का माहौल भी उत्पन्न होता है. राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है. इसका सभी लोग पालन कर रहे हैं. कुछ असमाजिक तत्व समाज में अशांति पैदा करना चाहते हैं, उनसे लोग सतर्क रहें.
मंत्री रत्नेश सदा ने क्या कहा
बिहार के सारण और सीवान जिले में जहरीला पेय पदार्थ पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है. कई लोगों की हालत गंभीर है, जिनका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. बिहार सरकार में मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून होने के बाद भी भारी मात्रा में जहरीली शराब की सप्लाई जारी है. सरकार से कहां पर चूक हो रही है इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को शराब से दूरी बनानी चाहिए. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों को बचाने के लिए शराबबंदी कानून बनाया. समाज को शराब के प्रति जागरूक होने की जरूरत है.
ग्रामीणों का दावा अलग
ग्रामीणों का दावा है कि मृतकों की संख्या जिला प्रशासन द्वारा पुष्टि की गई संख्या से अधिक है. उन्होंने यह भी दावा किया कि पीड़ितों ने मंगलवार शाम को जहरीला पेय पदार्थ पी थी और रात 9 बजे के आसपास लक्षण दिखने लगे. जहां एक तरफ पीड़ितों के परिवार यह दावा कर रहे हैं कि यह सारी मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. वहीं, जिला मजिस्ट्रेट गुप्ता ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा.
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