जिले के व्यवसायियों को को-ऑपरेटिव बैंक देगा क्यूआर कोड
दी सीवान सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक जिले के व्यवसायियों को क्यूआर कोड और साउंड बॉक्स उपलब्ध करायेगा. इसको लेकर गुरुवार को बैंक के सभा कक्ष में समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिया गया. अध्यक्षता बैंक के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने की. अध्यक्ष ने कहा कि बैंक ने निर्णय लिया है कि सभी व्यवसायियों को डिजिटल बैंकिंग के तहत क्यूआर कोड उपलब्ध कराया जाये.
सीवान. दी सीवान सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक जिले के व्यवसायियों को क्यूआर कोड और साउंड बॉक्स उपलब्ध करायेगा. इसको लेकर गुरुवार को बैंक के सभा कक्ष में समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिया गया. अध्यक्षता बैंक के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने की. अध्यक्ष ने कहा कि बैंक ने निर्णय लिया है कि सभी व्यवसायियों को डिजिटल बैंकिंग के तहत क्यूआर कोड उपलब्ध कराया जाये. इस दिशा में कार्य भी शुरू हो गये हैं. समीक्षा के दौरान पाया गया कि बैंक द्वारा अभी तक आसान तरीकों से छोटे-छोटे 80 व्यवसायियों को 2 करोड़ 40 लाख रुपये का ऋण उपलब्ध कराया गया है. इस राशि से सभी व्यवसाय कर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध कर रहे हैं. उन्होंने सभी शाखा प्रबंधक को निर्देश दिया कि बैंक की तरफ से तीन-तीन लाख रुपये का ऋण देने का जो निर्णय लिया गया है, उसके तहत अधिक से अधिक छोटे-छोटे व्यवसायियों को आच्छादित किया जाये, ताकि व्यवसाय में वृद्धि हो सके. जो भी किसान केसीसी लोन लिये हैं और राशि वापस नहीं कर रहे हैं, वैसे किसानों का नवीकरण को लेकर भी निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश अनुसार किसानों को केसीसी ऋण भी उपलब्ध कराया जाये. समीक्षा के दौरान यह भी बताया गया कि ऋण राशि लेने के बाद वापस नहीं करने वाले एनपीए ऋणी पर सरफेसी एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की जाये. इसके तहत ऋण लेने के दौरान बंधक जमीन और मकान को बैंक जब्त करें. इसके बाद आगे की कार्रवाई करते हुए इसे नीलाम कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि अभी तक तीन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है. आगे शेष लोगों पर कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी किया है. बैंक के महत्वपूर्ण योजना बाल गोपाल योजना का समीक्षा की गयी. उन्होंने समीक्षा के दौरान पाया कि अभी तक 1433 खाते खोले गये हैं. खाता खोलने में गति लाने का भी निर्देश दिया गया. बैठक के बाद बैंक परिसर में ही अध्यक्ष ने इ-क्लिनिक का शुभारंभ किया, जहां पर बैंक से जुड़े ग्राहकों का इलाज हो सकेगा. इलाज के लिए ग्राहकों को एक वर्ष में 365 रुपये देना होगा. इसके तहत ग्राहक सहित पांच लोगों का नि:शुल्क इलाज, दवा और जांच होगा. मौके पर उपाध्यक्ष नागेंद्र मिश्रा, प्रबंध निदेशक सैयद मशरूक आलम, प्रशासी पदाधिकारी आलोक कुमार वर्मा, वरीय पदाधिकारी रंजीत कुमार सिंह, स्थापना प्रभारी दुर्गा वर्मा, राघव सिंह, पंकज चौधरी, जितेंद्र सिंह, शशिकांत रंजन, ज्योति कुमारी, राजन सिंह, मुकेश कुमार, मंटू कुमार, प्रशांत कुमार मौजूद थे.
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