सीवान में कोर्ट कर्मचारी की दिनदहाड़े हत्या, मारी चार से पांच गोलियां, आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
सीवान में एक कोर्ट कर्मचारी की बुधवार को गीली मारकर हत्या कर दी गई. इस वारदात के बाद स्थानीय लोगों ने आक्रोश में सड़क जाम कर दिया. मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई है.
Murder In Siwan: सीवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटपुर गांव के समीप बुधवार को अपराधियों ने दिनदहाड़े एक न्यायालय कर्मी की गोली मारकर हत्या कर दी. मृतक महादेवा थाना क्षेत्र के महादेवा मिशन निवासी स्वर्गीय नवल मांझी का पुत्र राजेश कुमार उर्फ गोल्डन है. वह न्यायालय में एडीजे 1 के न्यायालय में चतुर्थ वर्गीय कर्मी के पद पर तैनात था. घटना के संबंध में परिजनों ने बताया कि राकेश की बहन आरती की अमलोरी स्थित बीएड कॉलेज में परीक्षा थी. राकेश अपनी बहन को परीक्षा केंद्र पर छोड़ने गया था. परीक्षा केंद्र पर छोड़ने के बाद वापस लौटने के दौरान दोपहर करीब दो बजे चोटपुर गांव के पास अपराधियों ने पीछे से चार-पांच गोलियां मारी, जिस वजह से उसकी मौत हो गई.
सड़क दुर्घटना का पीड़ित समझ स्थानीय लोगों ने अस्पताल में कराया भर्ती
इधर, गोली लगने के बाद राकेश सड़क किनारे गड्ढे में गिर गया, स्थानीय लोगों ने सड़क दुर्घटना की आशंका जताते हुए उसे खाई से बाहर निकाला और इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना जैसे ही मृतक के परिजनों को मिली, परिजन और स्थानीय लोग सदर अस्पताल में जुट गए और परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया और गोलीबारी की घटना की जांच शुरू कर दी है.
आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
इधर गोलीबारी की घटना से नाराज लोगों ने सदर अस्पताल के सामने सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे. लोगों को काफी समझाने का प्रयास किया गया लेकिन नहीं माने. यह सड़क जाम और प्रदर्शन तकरीबन संध्या तक चलता रहा. सड़क जाम के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई. जिसके बाद आक्रोशित लोगों को समझने बुझाने का प्रयास किया गया और परिजन माने. जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया गया. बुधवार की देर संध्या जैसे ही उसका शव महादेवा मिशन मुहल्ले में पहुंचा की लोग दहाड़ मार कर रोने लगे.
कानों कान तक नहीं पहुंची भाई की हत्या का सूचना
इधर राकेश अपनी बहन आरती को परीक्षा केंद्र पर छोड़ कर लौट रहा था की अपराधियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. लेकिन भाई के हत्या के दो घंटे बाद भी इसकी खबर बहन के कानों तक नहीं पहुंची. जब परीक्षा से आरती निकली और अपने भाई को फोन किया तब किसी ने हत्या की जानकारी आरती को दिया. जिसके बाद वही अचेत हो गई.
सूचना पर सदर अस्पताल पहुंचे जिला जज
जैसे ही घटना की सूचना जिला जज को लगी की वह अपने न्यायालय से सीधे सदर अस्पताल पहुंच गए. जिसके बाद जिला जज ने सिविल सर्जन कार्यालय में परिजनों को बुलाया और समझाया बुझाया. वहीं उन्होंने संबंधित पुलिस पदाधिकारियों को जल्द से जल्द प्राथमिकी दर्ज कर अपराधियों की गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया. जिसके बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और घटनास्थल से दो गोली का खोखा बरामद किया.
भाई बहनों में सबसे बड़ा था मृतक
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मृतक राकेश के पिता की भी देहांत कुछ वर्ष पहले हो गई थी. जिसके बाद अनुकंपा पर राकेश को न्यायालय में नौकरी मिली थी. वही राकेश चार भाई बहनों में सबसे बड़ा था. राकेश का एक छोटा भाई अजय पढ़ाई करता है. जबकि दो बहने भी अभी पढ़ाई ही कर रही हैं की बुधवार की दोपहर राकेश काल के गाल में समा गया.
यह भी पढ़ें:
अररिया में दो पक्षों के आपसी विवाद में बुजुर्ग की पीट-पीटकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस