न्यायालय कर्मी की हत्या में जमीन कारोबारी गिरफ्तार

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटपुर बाजार समीप बुधवार की दोपहर बाइक सवार बदमाशों ने न्यायालय कर्मी महादेवा मिशन निवासी राकेश कुमार उर्फ गोल्डन मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक के भाई अजय कुमार ने तीन लोगों पर नामजद कर प्राथमिकी करायी है. नामजद प्राथमिकी में बासोपाली छपन टोला सह वर्तमान महादेवा मिशन निवासी मुन्ना चौधरी उर्फ अजय चौधरी, मुन्ना के पिता इंद्रेव चौधरी व मुन्ना का पुत्र शामिल है. मुन्ना चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 11:40 PM

सीवान: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटपुर बाजार समीप बुधवार की दोपहर बाइक सवार बदमाशों ने न्यायालय कर्मी महादेवा मिशन निवासी राकेश कुमार उर्फ गोल्डन मांझी की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक के भाई अजय कुमार ने तीन लोगों पर नामजद कर प्राथमिकी करायी है. नामजद प्राथमिकी में बासोपाली छपन टोला सह वर्तमान महादेवा मिशन निवासी मुन्ना चौधरी उर्फ अजय चौधरी, मुन्ना के पिता इंद्रेव चौधरी व मुन्ना का पुत्र शामिल है. मुन्ना चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. प्राथमिकी के मुताबिक राकेश की हत्या भूमि विवाद को लेेकर हुई है. प्राथमिकी में मृतक के भाई अजय कुमार ने बताया कि मेरा भाई राकेश कुमार एडीजे एक के न्यायालय से घरआया. करीब दोपहर 1: 20 बजे मिनट पर मेरी छोटी बहन को बाइक से बीएड कालेज अमलोरी में परीक्षा दिलाने हेतु लेकर गया था. जहां से लौटकर आ रहा था. तभी अमलोरी व छोटपुर बाजार के बीच में सीवान-गोपालगंज मुख्यमार्ग पर भीड़ देखकर रूका तो देखा कि मेरा बड़ा भाई राकेश कुमार घायल हालत में तड़प रहा था. तो मैं अपने भाई के पास पहुंचकर उसे उठाने लगा. इस दौरान मेरा भाई मुझे देखकर बोला कि बाबू तीन युवक बाइक से मुझे पीछा कर जाति सूचक गाली देते गोली मार रहे थे और कह रहे थे कि तुम्हारी इतनी हिम्मत की मुन्ना चौधरी से पंगा ले रहा है. उनका बात नहीं मान रहा है. उसके बाद मेरा भाई बेहोश हो गया. स्थानीय लोगों की मदद से मैं अपने भाई को स्कॉर्पियो से लेकर सदर अस्पताल आया. जहां डाक्टरों ने मेरे भाई को मृत घोषित कर दिया. आवेदन में उसने बताया है कि घटना का कारण यह है कि मेरे पूर्वजों के समय से जिस भूमि पर हमलोगों का करकटनुमा घर था. उसको मुन्ना चौधरी व उनके परिवार के लोग बल प्रयोग कर अपने राजनीतिक पहुंच के बल पर हटा दिए थे. उसका हमलोग अपने अधिकार के लिए प्रयास कर रहे थे.उनका बेटा हमेशा धमकी देता था.मुझे विश्वास है कि मेरे भाई की हत्या मुन्ना चौधरी, इन्देव चौधरी व मुन्ना का बेटा ने हत्या की है. गिरफ्तारी के लिए एसआइटी गठित घटना के बाद पुलिस कप्तान अमितेश कुमार के निर्देश पर सदर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया. जहां पुलिस हत्या कांड में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए रातभर छापामारी करती रही. हालांकि कोई भी पुलिस के हाथ नही लगा. क्या कहते हैं थानाध्यक्ष राकेश हत्या मामले में मुन्ना चौधरी सहित तीन नामजद पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.मुन्ना चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. अशोक कुमार दास, थानाध्यक्ष ,मुफस्सिल सीवान

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