संवाददाता, सीवान. असांव थाना क्षेत्र के पंचबेनिया स्थित नदी किनारे से मनु का शव बरामदगी मामले में पुलिस ने उसके दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बताते चलें कि तीन दिसंबर को गांव के जनार्दन पटेल का पुत्र मनु कुमार घर से गांव के समीप स्थित चिमनी पर काम करने के लिए निकला था. लेकिन वापस नहीं लौटा. परिजनों ने गुमशुदगी का आवेदन थाना में दिया. इसी बीच 18 दिसंबर को नदी किनारे से मनु का शव बरामद किया गया. मामले में पुलिस ने मनु के दोस्त स्वामीनाथ मांझी को गिरफ्तार किया.
थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि गिरफ्तार स्वामीनाथ मांझी ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह और मनु दोस्त थे. तीन दिसंबर को मनु को स्वामीनाथ मांझी ने ट्रैक्टर से खेत जुताई के लिए बुलाकर ले गया था. जहां नदी किनारे खेत की जुताई चल रही थी. उस समय स्वामीनाथ ट्रैक्टर चला रहा था और मनु ट्रैक्टर पर बैठा था. मनु पहले से बीमार भी चल रहा था. इसी बीच अचानक मनु ट्रैक्टर से नीचे गिर गया और ट्रैक्टर का चक्का उसके उपर चढ़ गया. जहां उसकी मौत हो गई. जिसके बाद स्वामीनाथ ने मनु को नदी किनारे कार्रवाई की डर से मिट्टी में दफना दिया.पास के ही गड्ढे में दोस्त को दफनाया
पुलिस के मुताबिक मनु की मौत के बाद स्वामीनाथ मांझी पहले से लोडर द्वारा खोदे गये गड्ढे में उसे डाल दिया. जिसके बाद मिट्टी डाल वहां से फरार हो गया. घटना के 15 दिनों बाद जब जानवरों द्वारा शव को खींचा गया तो मनु के शव का पता चला. 18 दिसंबर की सुबह एक महिला नदी किनारे जा रही थी. जहां उसने गडढे में दबे हाथ देखा. जहां इसकी सूचना लोगों को दी. जिसके बाद सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मनु के शव को गडढे से बाहर निकाला.11 वर्षीय बालक ने देखा था सारी करतूत
सूत्रों से जानकारी के मुताबिक इस घटना में स्वामीनाथ मांझी की सारी करतूत एक 11 वर्षीय बालक ने देखा है. हालांकि घटना की कहानी पूछताछ के क्रम में स्वामीनाथ ने पुलिस को बता दिया है. इधर पुलिस अन्य की भी तलाश कर रही हैं. क्योंकि पुलिस का मानना हैं कि शव को दफनाने में एक नहीं बल्कि अन्य भी लोगों हो सकते हैं.
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