डेंगू का कहर जारी,मरीजों की संख्या पहुंची 152 पर
जिले में डेंगू का कहर जारी है.जिले के अधिकांश प्रखंडों में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 152 लोग डेंगू से संक्रमित हुए हैं.गैर सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में दो सौ से अधिक व्यक्ति डेंगू से संक्रमित हुए हैं.वहीं सिसवन प्रखंड के चैनपुर में 15 दिनों के अंदर तीन लोगों के डेंगू के संक्रमण से मरने की सूचना हैं.
संवाददाता, सीवान.जिले में डेंगू का कहर जारी है.जिले के अधिकांश प्रखंडों में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 152 लोग डेंगू से संक्रमित हुए हैं.गैर सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में दो सौ से अधिक व्यक्ति डेंगू से संक्रमित हुए हैं.वहीं सिसवन प्रखंड के चैनपुर में 15 दिनों के अंदर तीन लोगों के डेंगू के संक्रमण से मरने की सूचना हैं.हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है तीनों व्यक्ति की अन्य बीमारियों के कारण मौत हुई है.पिछले साल भी चैनपुर में डेंगू के संक्रमण से मौतें हुईं थीं.ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर डेंगू के मरीज मिल रहें है वहां पर मलेरिया विभाग द्वारा फागिंग कराया जा रहा है.लेकिन संक्रमण के बाबजूद नगर परिषद एवं नगर पंचायतों द्वारा फागिंग नहीं कराया जा रहा है.सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में अभी तक 152 डेंगू संक्रमित मरीज मिल चुके है.सीवान सदर अस्पताल में हुए डेंगू कंफर्मेशन टेस्ट में 87 व्यक्ति डेंगू संक्रमित मिले है.इसमें से 78 सीवान तथा नौ दूसरे जिले के रहने वाले हैं.75 व्यक्तियों की दूसरे जिलों में जांच में रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आया है. मेडिकल कैंप के नाम पर की जा रही है खानापूर्ति डेंगू के संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला मुख्यालय सहित जिले के कुछ संक्रमित स्थानों पर डेंगू जांच के लिए कैंप लगाया गया.जांच शिविर में मेडिकल जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है.बताया जा रहा है कि खांसी बुखार वाले मरीजों को दवा देकर घर भेज दिया जा रहा है. शिविर में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों की एनएस 1 जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में बुलाया जा रहा है.नियमानुसार किट से एनएस 1जांच शिविर में ही ही जानी चाहिए.लेकिन ऐसा नहीं होने से लोगों को परेशानी हो रही है.डेंगू जांच की रफ्तार काफी धीमी है.सदर अस्पताल के आरटीपीसीआर लैब में अभी तक मात्र 104 ब्लड सैंपल की जांच हुई है जिसमें 87 पॉजिटिव रिपोर्ट आया है. आरटीपीसीआर लैब में तो कई दिनों से डेंगू कंफर्मेशन जांच लिए ब्लड सैंपल ही सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों से नहीं आ रहा है. निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीज का विभाग के पास नहीं है डाटा जिले के निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले डेंगू संक्रमित मरीज का डाटा ना तो स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध है और ना ही जिला सर्वेक्षण इकाई के पास.ऐसी बात नहीं है कि निजी अस्पतालों में डेंगू के संक्रमित मरीज भर्ती नहीं हों. शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के प्रायः सभी निजी अस्पतालों में डेंगू संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है.डेंगू मरीजों को सामान्य मरीजों के साथ बिना मच्छरदानी के भर्ती कर इलाज किया जा रहा था. इन मरीजों की सूचना न तो स्वास्थ्य विभाग को है और न नगर परिषद को. निजी अस्पताल प्रशासन द्वारा भी डेंगू मरीजों की उपस्थिति को देखते हुए किसी प्रकार की फॉगिंग या छिड़काव भी नहीं कराया जा रहा है. क्या कहते हैं जिम्मेदार चैनपुर में हुई मौत मामले की जांच के लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया है.पहले जो दो मौत हुई है उसका कारण बीमारी बताया जा रहा है.संक्रमण को देखते हुए कई स्थानों पर मेडिकल कैंप लगाया गया है.नगर परिषद एवं सभी नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारियों से डेंगू संक्रमण को देखते हुए फॉगिंग कराने की सलाह दी गई है. डॉक्टर ओ पी लाल,जिला मलेरिया पदाधिकारी,सीवान
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