ढोल-नगाड़ों की धुन पर निकाला गया महावीरी जुलूस

ढोल- नगाड़ों की धुन पर बच्चों और युवाओं के नृत्य के साथ मंगलवार की रात से शुरु हुआ महावीरी अखाड़े के जुलूस का सिलसिला बुधवार की अहले सुबह तक भी जारी रहा. हाथी-घोड़े के साथ विभिन्न इलाकों से निकले आधा दर्जन से अधिक महावीरी अखाड़ों को देखने के लिए जो जहां था वहीं ठहर गया. रात में हर तरफ महावीर की प्रतिमा के साथ निकले इन अखाड़ों को देखने के लिए लोगों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 28, 2024 8:27 PM

सीवान. ढोल- नगाड़ों की धुन पर बच्चों और युवाओं के नृत्य के साथ मंगलवार की रात से शुरु हुआ महावीरी अखाड़े के जुलूस का सिलसिला बुधवार की अहले सुबह तक भी जारी रहा. हाथी-घोड़े के साथ विभिन्न इलाकों से निकले आधा दर्जन से अधिक महावीरी अखाड़ों को देखने के लिए जो जहां था वहीं ठहर गया. रात में हर तरफ महावीर की प्रतिमा के साथ निकले इन अखाड़ों को देखने के लिए लोगों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा.अखाड़े में शामिल युवकों के पारंपरिक लाठी के साथ दिखाए जा रहे युद्ध कला के प्रदर्शन ने हर किसी में जोश भर दिया. ढोल- नगाड़ों की थाप पर लोग अपने को थिरकने से रोक नहीं सके. महावीरी मेला को लेकर नगर के बड़ी मस्जिद के समीप लक्ष्मण रेखा के पास पुलिस प्रशासन द्वारा नियंत्रण कक्ष बनाया गया था. जहां सुरक्षा को लेकर रात भर सदर एसडीएम सुनील कुमार, सदर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौजूद रहे. नगर के हर चौक-चौराहों पर भी पुलिस कर्मी तैनात रहे. रात के बारह बजे के बाद प्रारंभ हुआ. महावीरी अखड़ा का मेला पूरे रात चलता रहा. इस दौरान महावीरी अखाड़ा में घड़दौड़, ढोल-नगाड़े और युवकों के शौर्य प्रदर्शन के साथ उनके थिरकते पांव से माहौल उत्सव पूर्वक बना रहा और अखाड़ों का निकलना भी जारी रहा. वहीं मेला को देखते हुए रात भर बिजली गुल रही. मेला के दिन हर चौक- चौराहा पर दंडाधिकारी के अलावा पुलिस पदाधिकारी व भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे. महावीरी झंडा के साथ निकाले जाने वाले अखाड़ा , जुलूस के साथ आर्केष्ट्रा एवं अश्लील नृत्य एवं गीत के प्रयोग पर प्रतिबंधित रखा गया है. मेला के हर गतिविधि पर ड्रोन कैमरा व तीसरी आंख से नजर रखी जा रही थी. बिजली कटौती से परेशान रहे लोग जिला प्रशासन के निर्देश पर शहर एवं शहर से सटे इलाकों में मंगलवार की रात्रि 10:30 बजे बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी . शासन का निर्देश था कि मेला समाप्ति के बाद पुनः सुचारू रूप से बहाल किया जाएगा. लेकिन बुधवार की सुबह तकरीबन 8:00 बजे मेला की समाप्ति हो गई. इसके बावजूद भी बलेथा फीडर में संध्या 4:00 बजे तक बिजली बहाल नहीं की गई. जिससे लोग काफी परेशान रहे. आज भी शहर में निकलेगा महावीरी अखाड़ा- शहर में गुरूवार को भी महावीरी अखाउ़ा का जुलूस निकलेगा. जिसके रूट चार्ट का निर्धारण कर दिया गया है. वहीं यदि किसी कारणवश अखाड़ा निर्धारित समय पर लक्ष्मण रेखा के पास नहीं पहुंचता है तो नमाज पढ़ने के 15 मिनट पहले ही अखाड़ा को लक्ष्मण रेखा पर ही रोक दिया जायेगा. दो बड़े ड्रोन और सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर- जिला प्रशासन दो बड़े ड्रोन कैमरा से आखाड़ा सहित मेला के सभी गतिविधियों पर नजर रखेगी. जिसका रेंज पांच किलोमीटर तक होगा. पांच किलोमीटर के दायरे में कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार का हुड़दंग करता है तो वह कैमरे से बच नहीं सकता है. साथ ही शहर में लगे सीसीटीवी से भी नजर रखी जाएगी. आंबेडकर भवन में बनाया गया है नियंत्रण कक्ष इधर महावीरी अखड़ा मेला को लेकर अंबेडकर भवन स्थित जिला नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा. इसका फोन नंबर 06154-242000 है. नियंत्रण कक्ष के प्रभार में वरीय उप समाहर्त्ता नीलम कुमारी रहेंगी. बड़ी मस्जिद और लक्ष्मण रेखा पर इनकी रहेगी मौजूदगी अखाड़ा को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने और ससमय अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बड़ी मस्जिद के समीप मो. इंतखाब अहमद, प्रमील कुमार गोप, बब्लू साह, राजीव रंजन राजू, अमरेंद्र कुमार राजन, संतोष कुमार, फजल अली, अभय कुमार सिन्हा, मो. कलीम, प्रो. एसरार अहमद और जन्मेजय कुमार, जबकि लक्ष्मण रेखा पर पंकज कुमार सर्राफा, कैलेश कश्यप, संजय पांडे, बब्लू चौहान, कृष्णा प्रसाद, गणेश कसेरा और विनय कुमार की मौजूदगी रहेगी. 65 दंडाधिकारी रहेंगे तैनात जानकारी के अनुसार मेला को शांति पूर्ण रुप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने 65 दंडाधिकारियों को तैनात किया है जो शहर के चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे. साथ ही दंडाधिकारियों के साथ पुलिस बल भी मौजूद रहेगी. यहीं नहीं इसके अलावा भी अन्य पुलिस की टीमें गश्त करती रहेगी.

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