दिनभर छाये रहे बादल, उमस से लोग रहे परेशान

भीषण गर्मी से जूझ रहे जिलावासियों को तेज धूप व गर्म हवा से शनिवार को राहत मिली. शनिवार को दिनभर आकाश में बादल छाए रहे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 1, 2024 9:47 PM

सीवान.भीषण गर्मी से जूझ रहे जिलावासियों को तेज धूप व गर्म हवा से शनिवार को राहत मिली. शनिवार को दिनभर आकाश में बादल छाए रहे. वहीं तापमान में भी 04 से 05 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गई. करीब एक माह से जिला का तापमान 40- 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता था. अधिकतम तापमान 39 व न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 39 फीसदी हवा में नमी रही. 18 किमी/घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चली. जिसके चलते दोपहर तक लोगों को राहत मिली. दोपहर बाद उमस भरी गर्मी ने लोगों को परेशान किया. तापमान में मामूली गिरावट से लोग राहत महसूस कर रहे हैं. अप्रैल से पड़ रही भीषण गर्मी के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया था. लोगों का घरों से बाहर निकलना काफी मुश्किल हो गया था. एसी-कूलर बंद होते ही बढ़ जाती है परेशानी घरों में लगे पंखे व एसी-कूलर के बंद होते ही लोगों की परेशानी बढ़ जाती है. लोगों में बेचैनी छा जाती है. शाम ढलते ही ठंडी हवा की आस में बूढ़े-बच्चे महिला-पुरुष सभी घर की छतों पर टहलना शुरू कर देते हैं. भीषण गर्मी की वजह से शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों पर दोपहर के समय लोगों का आवागमन अत्यंत कम हो जाता है. शीतल पेय का लोग ले रहे सहारा भीषण गर्मी के बीच शहर में बाजार करने आये लोग राहत पाने के लिए शीतल पेय पदार्थों का सेवन कर रहे हैं. खासकर लस्सी, गन्ने का जूस, नींबू पानी, कोल्डड्रिंक्स और बेल के शर्बत का सेवन करना पसंद कर रहे हैं. इसके अलावे बाजार में तरबूज, खीरे, लालमी की खूब बिक्री हो रही है. इन फलों की डिमांड बढ़ गया है. शहर से ग्रामीण इलाके के दुकानदार इन फलों को खरीदकर बिक्री के लिए ले जा रहे हैं. गर्मी की वजह से बीमार हो रहे लोग बदन को झुलसा देने वाली उमस भरी गर्मी से लोग बीमार हो रहे हैं. सरकारी व निजी अस्पतालों में रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ है. सदर अस्पताल में इन दिनों औसतन 120 से 150 मरीज आ रहे है. ऐसे मरीजों को कै, दस्त, फीवर और सिर में दर्द की शिकायत होती है. सदर अस्पताल के अलावे शहर में संचालित प्राइवेट क्लिनिकों पर भी भीड़ रहती है. खासकर छोटे-छोटे बच्चे व बुजुर्ग गर्मी की वजह से अधिक बीमार पड़ रहे हैं. चिकित्सकों का मानना है कि बीमारी से बचने के लिए हर वर्ग के लोगों को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है. जरूरत के अनुसार ही लोग घर से बाहर निकले. अपने वदन को पूरी तरह कपड़े से ढक लें. पानी और ग्लूकोज का सेवन करें. ताजा खाना खाएं, फल का सेवन करें.

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