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दूसरी बार प्रतिनिधित्व करेंगी महिला सांसद

लोकसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार महिला सांसद जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी सीवान की जनता ने प्रथम महिला सांसद के रूप में कविता सिंह को जीत दर्ज करायी थी. इस बार विजय लक्ष्मी देवी को जदयू ने उम्मीदवार बनाया. वर्ष 2024 के लोस चुनाव में विजय लक्ष्मी देवी विजयी हुई. वे निर्दलीय उम्मीदवार हेना शहाब को पराजित कर सभी को चौंका दिया है.

सीवान. लोकसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार महिला सांसद जिले का प्रतिनिधित्व करेंगी. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी सीवान की जनता ने प्रथम महिला सांसद के रूप में कविता सिंह को जीत दर्ज करायी थी. इस बार विजय लक्ष्मी देवी को जदयू ने उम्मीदवार बनाया. वर्ष 2024 के लोस चुनाव में विजय लक्ष्मी देवी विजयी हुई. वे निर्दलीय उम्मीदवार हेना शहाब को पराजित कर सभी को चौंका दिया है. विजय लक्ष्मी पहली बार लोकसभा की चुनाव लड़ी हैं. लगातार जदयू ने दो बार महिला उम्मीदवार उतारा और विजयी भी हासिल किया है. हर विधानसभा क्षेत्र के लिए लगायें गये थे 14 टेबल लोकसभा चुनाव के मतगणना स्थल डीएवी महाविद्यालय में बेहतर इंतजाम थे. यहां पर बेरिकेडिंग के साथ तार की जाली लगाई गई थी. मतगणना कर रहे कर्मचारी एक ओर व दूसरी ओर एजेंट रहे. मतों की गणना कर्मचारी के साथ एजेंट भी कर रहे थे. एक विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए गये थे. जिले के छह विधानसभा की गणना एक साथ शुरू हुयी. इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहे. अधिकारी समय-समय पर मतगणना कक्ष का निरीक्षण करते नजर आ रहे थे. चुनाव के मतगणना के दौरान जैसे-जैसे रुझान मिल रहा था. प्रत्याशियों के चेहरे के भाव भी बदल रहे थे. वोट का अंतर कम होने पर लोग पूछ रहे थे कि किस बूथ की इवीएम की गणना चल रही है. लोग अनुमान लगा रहे थे.इस बूध पर पीछे हुए है तो उस बूथ पर बढ़त मिलेगी. अधिक वोट से बढ़त होने पर प्रत्याशी राहत महसूस कर रहे थे. वीवीपैट पर्ची की बूथवार सिलिंग की गयी लोकसभा चुनाव के दौरान इस बार मतगणना में वीवीपैट पर्ची की बूथवार सिलिंग की गयी. यह लोस चुनाव या विस चुनाव में पहली बार किया जा रहा है. जिला निर्वाचन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक तरफ इवीएम से मतों की गिनती होगी तो दूसरी तरफ उस इवीएम के साथ संबंधित मतदान केंद्र पर उपयोग की गयी वीवीपैट की पर्ची को निकालकर उसे सील किया जा रहा था. सील पर्ची को मतदान केंद्रवार सुरक्षित रखा जा रहा था. वीवीपैट पर्ची सिलिंग को लेकर मतगणना केन्द्र पर कर्मी भी तैनात किए गये थे. प्रेक्षक, आरओ व एआरओ की देखरेख में पर्ची को निकालने से लेकर सील करने का कार्य किया जा रहा था.

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