एचआइवी संक्रमण से बचाने के लिए सेंटिनल सर्विलांस शुरू

मां के गर्भ में शिशुओं को एचआइवी संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल के एएनसी केंद्र पर एक जनवरी से एचआइवी सेंटिनल सर्विलेंस शुरू किया गया 31 मार्च तक सदर अस्पताल के एएनसी साइट पर लगभग 400 गर्भवती महिलाओं से एचआइवी जांच के लिए ब्लड का सैंपल लिया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 9:51 PM

संवाददाता,सीवान.मां के गर्भ में शिशुओं को एचआइवी संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल के एएनसी केंद्र पर एक जनवरी से एचआइवी सेंटिनल सर्विलेंस शुरू किया गया 31 मार्च तक सदर अस्पताल के एएनसी साइट पर लगभग 400 गर्भवती महिलाओं से एचआइवी जांच के लिए ब्लड का सैंपल लिया जायेगा.

बताया जाता है कि लिए गये लिए गये ब्लड सैंपल का वीडीआरएल,हेपेटाइटिस बी एवं हेपेटाइटिस सी जांच भी किया जाएगा. एचआइवी सेंटिनल सर्विलांस प्रोग्राम के तहत जिन महिलाओं का ब्लड सैंपल लिया जा रहा है उनका विस्तृत विवरण फॉर्म में भरा जा रहा है. गर्भवती महिलाओं से शिक्षा से लेकर बच्चों की संख्या के संबंध में भी पूरी जानकारी इकट्ठा की जा रही है.देश में गर्भवती महिलाओं में बढ़ते एचआइवी एड्स की समस्या को देखते हुए सरकार इस बीमारी को खत्म करने और लोगों को इससे बचाने के लिए लगातार प्रयासरत है.एचआइवी की रोकथाम के लिए देशभर में सेंटिनल सर्विलांस कार्यक्रम चलाया जा रहा है.इसके तहत क्रॉस चेक के माध्यम से गर्भवती महिलाओं में एचआइवी एड्स की स्थिति का पता लगाया जा रहा है.

जांच के लिए सैंपल को भेजा जायेगा पीएमसीएच

31 मार्च तक जब 400 गर्भवती महिलाओं के एचआईवी सेंटिनल सर्विलेंस प्रोग्राम के तहत सैंपल इकट्ठा कर लिया जाएगा तब जांच के लिए यह सैंपल ओ को एसआरएल पीएमसीएच भेजा जायेगा. सभी गर्भवती महिलाओं द्वारा इकट्ठा किये गये डाटा को अध्ययन के लिए रीजनल इंस्टीट्यूट अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नयी दिल्ली को भेजा जाएगा. जांच के दौरान अगर कोई गर्भवती महिला हेपेटाइटिस या एचआइवी संक्रमित मिलती है तो इसकी सूचना सीवान आईसीटीसी केंद्र को मिल जायेगी.इस कार्यक्रम के लिए साइट इंचार्ज स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.वंदना वर्षा को बनाया गया है.

जिले में लगभग 1150 महिलाएं एचआइवी संक्रमित

सीवान जिले में लगभग 3048 एचआइवी संक्रमित व्यक्ति एआरटी से दवा ले रहे हैं. इसमें महिलाओं की संख्या लगभग 1300 एवं बच्चों की संख्या 180 के करीब है. साल 2023 में सदर अस्पताल में लगभग 8417 गर्भवती महिलाओं की एचआइवी जांच की गई जिसमें 25 गर्भवती महिलाएं एचआइवी संक्रमित मिली.

लोगों को असुरक्षित यौन संबंध से बचना चाहिएपरामर्शी विभूति शरण ने बताया कि 85 प्रतिशत एचआइवी का खतरा असुरक्षित यौन संबंध के कारण होता और 15 प्रतिशत ब्लड या अन्य माध्यमों से होता है.इसलिए लोगों को असुरक्षित यौन संबंध से बचना चाहिए.

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