जीरादेई की 21 तो दरौली की 24 राउंड में होगी गिनती

लोकसभा चुनाव के मतगणना की तैयारी शुरू हो गयी है. चार जून की सुबह 8 बजे से मतों की गिनती शुरू होगी. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती के लिए 14 टेबल लगाये जा रहे हैं. इसके आधार पर सीवान लोकसभा क्षेत्र के जीरादेई विधानसभा क्षेत्र का सबसे पहले रूझान सामने आयेगा

By Prabhat Khabar News Desk | May 31, 2024 9:45 PM

सीवान. लोकसभा चुनाव के मतगणना की तैयारी शुरू हो गयी है. चार जून की सुबह 8 बजे से मतों की गिनती शुरू होगी. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती के लिए 14 टेबल लगाये जा रहे हैं. इसके आधार पर सीवान लोकसभा क्षेत्र के जीरादेई विधानसभा क्षेत्र का सबसे पहले रूझान सामने आयेगा. यहां पर 21 राउंड में ही गिनती पूरी होगी. वहीं सबसे अंत में दरौली विधानसभा क्षेत्र का रुझान स्पष्ट होगा. जहां कुल 24 राउंड में गिनती पूरी होने वाली है. नतीजे आने में करीब सात घंटे से अधिक समय लग सकता है. चार जून को शहर के डीएवी महाविद्यालय में होने वाली मतगणना के लिए कर्मचारियों को पहले राउंड का प्रशिक्षण देने का कार्य पूरा कर लिया गया है. सीवान लोकसभा क्षेत्र में 1873 बूथ है. दरौली विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 330 बूथ है. ऐसे में यहां 330 इवीएम की काउंटिंग होगी. इस विधानसभा क्षेत्र के काउंटिंग के लिये 14 टेबल लगाए गये होंगे. एक राउंड में 14 बूथों की काउंटिंग होगी. ऐसे में 330 बूथ की गिनती के लिये 24 राउंड की काउंटिंग करनी होगी. जीरादेई विधानसभा के लिये 282 बूथ है. इस विधानसभा क्षेत्र की काउंटिंग 21 राउंड में पूरी होगी. साथ ही सीवान सदर विधानसभा क्षेत्र में 321, दरौंदा विधानसभा क्षेत्र में 320, बड़हरिया विधानसभा क्षेत्र में 317 मतदान केंद्र हैं. जहां पर 23 राउंड में गिनती होगी. वहीं रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में 303 मतदान केंद्र होने के कारण 22 राउंड में गणना की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी. प्रशासन की तरफ से मतगणना परिणाम की घोषणा के बाद विजय जुलूस आदि निकालने की अनुमति नहीं दी जायेगी. अधिकतम 90 गणना अभिकर्ता की हो सकती है नियुक्ति विधानसभा वार मतगणना कक्ष में गणना को लेकर 14 टेबल और एक सहायक निर्वाची पदाधिकारी का टेबल लगेगा. साथ ही प्रत्याशियों के तरफ से विधानसभा वार इवीएम मतगणना टेबल के लिये 14 व एक एआरओ टेबल के लिये गणना अभिकर्ता की नियुक्ति की जा सकेगी. सभी विधानसभा क्षेत्र के लिये अधिकतम 90 गणना अभिकर्ता की नियुक्ति की जा सकेगी. मतगणना के दौरान उम्मीदवारों द्वारा नियुक्त गणना अभिकर्ता अपने अपने आवंटित विधानसभा क्षेत्र के हॉल में मौजूद रहकर मतों की गिनती होते देख सकेंगे. मतगणना की निगरानी के लिये सामान्य प्रेक्षक भी वहां उपस्थित रहेंगे. प्रेक्षक, निर्वाची पदाधिकारी सहित अभ्यर्थी की उपस्थिति में खोला जायेगा वज्रगृह मतगणना के दिन वज्रगृह को प्रेक्षक, निर्वाची पदाधिकारी, सहायक निर्वाची पदाधिकारी, व अभ्यर्थी, निर्वाचन अभिकर्ता की उपस्थिति में खोला जायेगा. इसको लेकर अभ्यर्थी या निर्वाचन अभिकर्ता की उपस्थिति आवश्यक है. गणना टेबल पर प्रतिनियुक्त गणना अभिकर्ता को चिन्हित गेट से पूर्वाह्न 7.15 बजे सुबह में प्रवेश करेंगे. इससे पहले अभ्यर्थी या निर्वाचन अभिकर्ता सुबह 7 बजे मतगणना परिसर में प्रवेश करेंगे. मतगणना के बाद भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में निर्वाचन से संबंधित कागजात को सील बंद किया जायेगा तथा अगले दिन सभी इवीएम व सीलबंद कागजात को महोदवा दुर्गा मंदिर वेयर हाउस तथा वीवीपैट वेयर हाउस भंटापोखर में स्थानांतरित किया जायेगा. कागजात व इवीएम के सीलिंग के समय अभ्यर्थी या निर्वाचन अभिकर्ता उपस्थित रहकर सील्ड कागजात के पैकेट्स पर अपना हस्ताक्षर अंकित कर सकते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version