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एक लाख हेक्टेयर में होगी धान की खेती

जिले में इस बार एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती का लक्ष्य तय किया गया है.धान रोपने के लिए 10 हजार हेक्टेयर में धान का बिचड़ा गिराने का लक्ष्य तय किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 9:36 PM

सीवान:जिले में इस बार एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती का लक्ष्य तय किया गया है.धान रोपने के लिए 10 हजार हेक्टेयर में धान का बिचड़ा गिराने का लक्ष्य तय किया गया है. अनुदान पर बीज देने के लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन लिये जा रहे हैं. लेकिन वितरण शुरू नहीं हुआ है. जिले में खरीफ मौसम में सबसे अधिक धान की खेती होती है. रोहिणी नक्षत्र शुरू हो गया है. इसी नक्षत्र से किसान खरीफ फसल के तहत खासकर धान की खेती एवं सब्जी की बुआई के लिए खेतों की जुताई का काम शुरू कर देते हैं. खरीफ फसल के तैयारी में एक और जहां किसान कृषि कार्य शुरू करने की तैयारी में जुट गयें है. वही कृषि विभाग भी खरीफ फसल के लिए लगभग अपनी तैयारी पूरी कर बीज मंगाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. किसानों ने अनुदानित बीज के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है ताकि उन्हें समय से बीज मिल सकें. किसानों द्वारा बारिश का इंतजार किया जा रहा है ताकि बारिश होने के बाद बिचड़ा गिराने की प्रक्रिया शुरू की जा सकें. अभी तक बारिश नहीं होने के कारण खेतों में हाल नहीं है. अगर बारिश नहीं होती है तो किसानों द्वारा पंप सेट चलाकर बिचड़ा गिराया जायेगा. किसानों द्वारा खेतों की जुताई को लेकर भी तैयारियां शुरू कर दी गयी है. रोहिणी नक्षत्र के दौरान ही किसान बिचड़ा गिराते है. इधर कृषि विभाग के तरफ से खरीफ सीजन में खेती का लक्ष्य तय कर लिया गया है. इस बार जिले में एक लाख हेक्टेयर में खरीफ के तहत धान की खेती होगी. खेती को लेकर नयी तकनीकों पर दिया जा रहा जोर जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि खरीफ फसल के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जिला स्तर पर किया गया था. इसमें कृषि वैज्ञानिकों द्वारा वैज्ञानिक तरीके से खेती की जानकारी दी गयी है. साथ ही अब सभी प्रखंडों में भी किसानों को जागरूक करने के लिये अलग-अलग तिथि को कार्यशाला का आयोजन होगा.उम्मीद है की अधिक से अधिक किसान इसमें पहुंचेंगे और वैज्ञानिक तरीके से खेती कर अधिक उपज पायेंगे. बाजार मे ब्रांडेड कम्पनियों के बीज उपलब्ध शहर से लेकर गांवों तक बाजार में दुकानों मे कई ब्रांडेड कंपनियों के बीज उपलब्ध हो चुके हैं. बहुत से किसान अभी से बीज खरीद कर रहे हैं. किसानो की मांग के अनुसार ही दुकानदार लोग बीज मंगवा रहे हैं. किसान अमित सिंह ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र में बिचड़े डालने का काम शुरू होता है अभी किसान लोग खेत की तैयारी कर रहे हैं. अभी गर्मी का प्रकोप अधिक है. इससे बीज खराब हो सकता है. किसान लोग मौसम में बदलाव की प्रतीक्षा कर रहे हैं. बताया कि बिचड़ा तैयार होने के बाद समय पर बारिश होने व नहर में पानी आते ही हमलोग धान की रोपनी भी पहले शुरू कर देते हैं. दुकानदार प्रभुनाथ सिंह ने बताया कि किसानों के मांग के अनुसार ही बीज मंगवाया गया है.

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