भगवानपुर हाट. प्रखंड के मीरजुमाल पंचायत के जुआफर से होकर गुजर रही गंडकी नदी पर बने पुल में बुधवार को तेज कटाव शुरू हो गया. जिसे लेकर लोगों में डर का माहौल कायम हो गया है. पुल गिरने की स्थिति में दर्जनों गांवों का संपर्क टूटने की संभावना बनी है. ग्रामीणों के अनुसार यह पुल वर्ष 1942 के करीब अंग्रेजो के समय में बनाया गया था. यह पुल वास्तविक रूप से जुआफार गांव में स्थित है. जिसे सकड़ी पुल के नाम से जाना जाता है. बुधवार को जैसे ही स्थानीय प्रशासन को पुल में कटाव की सूचना मिली, प्रशासन अलर्ट हो गया. बीडीओ कुमार विशाल, सीओ धीरज कुमार पांडेय और थानाध्यक्ष रितेश कुमार मंडल दल बल के साथ स्थल पर पहुंच कटाव को रोकने के लिए तकनीकी जानकारों से सलाह करते रहे. मीरजुमला निवासी शेखर कुशवाहा ने बताया कि गंडकी नदी की सफाई के दौरान मिट्टी की कटाई पुल के नीचे तक कर दी गई है. जिसका परिणाम यह हो रहा है कि पुल में कटाव या धसने की घटना हो रही है. उन्होंने कहा की जिस समय नदी की सफाई हो रही थी. उस समय विभाग के अभियंता र सोए हुए थे. उन्होंने बताया की इस पुल का मरम्मत वर्ष 2019 के अगस्त में स्थानीय लोगों के सहयोग कराया गया था. बीडीओ कुमार विशाल ने बताया की कटाव के कारण पुल के तीन पिलर में से एक ध्वस्त हो सकता है. पुल के दोनों तरफ घेर कर आवागमन बंद कर चौकीदार की तैनाती कर दी गई. जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लोगों को आने जाने पर रोक लगाने के लिए जागरूक किया गया तथा विद्युत कंपनी के कनीय अभियंता को नदी किनारे लगे खंभे को हटाने के साथ बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया की पुल की खतरनाक स्थिति से वरीय अधिकारी को अवगत करा दिया गया है.
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