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गर्भवती महिलाओं की नहीं हो रही है एचआइवी जांच

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व एचआइवी जांच शत प्रतिशत नहीं हो रहा है. अधिकांश स्वास्थ्य केंद्र द्वारा एचआइवी जांच किया जा रहा है लेकिन उनका एचआइएमएस पोर्टल पर इंट्री नहीं होने से विभाग काफी सख्त है.

सीवान. प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व एचआइवी जांच शत प्रतिशत नहीं हो रहा है. अधिकांश स्वास्थ्य केंद्र द्वारा एचआइवी जांच किया जा रहा है लेकिन उनका एचआइएमएस पोर्टल पर इंट्री नहीं होने से विभाग काफी सख्त है.मई में कुल 8264 गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जांच के लिए एचआइएमएस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया. इनमें से मात्र 7194 गर्भवती महिलाओं की जांच हुई. स्वास्थ्य केंद्र द्वारा मात्र 5048 गर्भवती महिलाओं के ही एचआइवी टेस्ट की इंट्री एचआइएमएस पोर्टल पर किया गया. भगवानपुर हाट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा मई में प्रसव पूर्व जांच के लिए 641 गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण किया गया है. इनके द्वारा में महीने में 775 गर्भवती महिलाओं के एचआईवी जांच की बात कही गई है. लेकिन एचआईएमएस पोर्टल पर एक भी गर्भवती महिलाओं की जांच की एंट्री नहीं की गई है. इसी तरह दरौंदा एवम गोरेयाकोठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा 235 एवं 243 गर्भवती महिलाओं का एचआइवी टेस्ट करने की बात की गई है. लेकिन इनके द्वारा एचआइएमएस पोर्टल पर शून्य इंट्री की गई है. स्वास्थ्य केंद्र नौतन एवं रेफरल अस्पताल सिसवन द्वारा भी एचआइएमएस पोर्टल पर इंट्री शून्य दिखाई गई है.सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों,रेफरल अस्पतालों,अनुमंडल अस्पताल एवं सदर अस्पताल में प्रत्येक महीने की नौ एवं 21 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच करनी है.इसके अलावे जिले के करीब 2578 आंगनबाड़ी केंद्र पर प्रत्येक सप्ताह में दो दिन आरोग्य दिवस का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं की एचआईवी,युरीन,हेमोग्लोबीन,ब्लड प्रेशर,ब्लड शुगर तथा वजन की जांच की जानी है. आरोग्य दिवस पर देनी है जानकारी प्रसव पूर्व जांच और बंध्याकरण के प्रति लोगों में जागरूकता, प्रसव पूर्व जांच और बंध्याकरण की जानकारी दी जाती थी जो स्वास्थ्य दिवस के नाम से जाना जाता था. अब परिवर्तन के तहत आरोग्य दिवस मनाया जा रहा है. इसके तहत गर्भवती महिला, धातृ महिला, शून्य से पांच वर्ष के बच्चे, योग्य दंपती को मातृ पोषण की जानकारी, किशोरियों की जांच सहित कई बीमारियों के रोकथाम हेतु दवा देने का काम किया जायेगा. इसके तहत प्रसव पूर्व जांच के दौरान प्रत्येक गर्भवती महिला की लंबाई, वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन जांच सुनिश्चित करने के अलावा प्रसव के बाद महिलाओं को टीकाकरण किया जाएगा. इसके लिए सभी महिलाओं एवं गर्भवती माताओं के बीच जागरुकता सुनिश्चित किया जाएगा. सभी आंगनबाड़ी सेविका, स्वास्थ्य विभाग, जीविका कर्मी आरोग्य दिवस के मौके पर उपस्थित रहना हैं. गर्भवती महिलाओं का चार एएनसी जांच, एनीमिक महिलाओं को 180 आयरन की गोली और 160 कैल्शियम की दवा दी जानी है. एनएफएच सर्वे के मुताबिक 66 फीसदी महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं. इसके साथ कृमिनाशक भी देना है. क्या कहते हैं जिम्मेदार जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव पूर्व होने वाली एचआईवी जांच की इंट्री एचआइएमएस पोर्टल पर शत प्रतिशत नहीं की जा रही है.कई स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा मई महीने में एक भी इंट्री नहीं की गई है.सभी को इंट्री करने का सख्त निर्देश दिया गया है. डॉ अनिल कुमार सिंह, जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी, सीवान

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