सीवान. तीखी धूप व गर्म हवा की रफ्तार से आम जन जीवन बेहाल हो गया है.लोगों को गर्मी से होने वाली बीमारियों का भय सता रहा है. तेज धूप व तेज रफ्तार से चल रही गर्म हवा के चलते मौसमी बीमारियों में इजाफा होने की संभावना जतायी जा रही है. तीखी धूप व गर्म हवा के थपेड़ों ने लोगों को परेशान कर दिया है. दिन और रात की गर्मी में बहुत अंतर नहीं रह गया है. दिन का तापमान इतना तल्ख हो गया है कि सड़क पर निकलने से लोग हिचक रहे हैं. तेज गर्मी बदन को जलाने लगी है. जिले में पारा 43 डिग्री को पार कर चुका है. आर्द्रता के चलते 52 डिग्री सेल्सियस का तापमान की अनुभूति हो रही है. मंगलवार को अधिकतम तापमान 43 व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं 26 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही गर्म हवा ने लोगों को परेशान किया. इधर तेज हवा और तल्ख धूप चलने के कारण किसान भी चिंतित हैं. कड़ाके की धूप और गर्म हवाओं के कारण खेतों में खड़ी फसल को बचाने की जरूरत है. वहीं काम कर रहे लोगों को भी सावधान रहना होगा. तापमान के 32 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान उन किसान व मजदूरों के लिए खतरनाक साबित होते हैं, जो दिन भर खेतों में काम करते रहते हैं. इधर अस्पतालों में मरीजों की संख्या इजाफा देखने का मिल रहा है. बस स्टैंड, टेंपो स्टैंड व रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या कम हो गयी है. लोग जरूरी काम के लिए घर से बाहर निकल रहे है. दिन का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस व रात का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह रहा है. सुबह सात बजे से ही तीखी धूप व गर्म हवाओं का असर देखने को मिल रहा है.दोपहर होते-होते यह हवा आग का गोला बनकर बरस रही है. जिले में हीट वेव का असर दिखने लगा है. तीखी धूप के साथ गर्म हवा ऐसी चल रही हैं कि दिन में बाहर निकलना मुश्किल हो जा रहा है. वहीं तापमान में बढ़ोतरी जारी है. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा. गर्मी में होने वाली बीमारियां इधर गर्मी में होने वाली बीमारी पीलिया, हीट स्ट्रोक, टाइफाइड, चिकन पॉक्स, डिहाइड्रेशन, फूड प्वाइजनिंग, खसरा, बुखार, उल्टी- दस्त, सिरदर्द, ब्लड प्रेशर, आंखों का इन्फेक्शन, चक्कर आना, घबराहट होना, धमोरियां, थकान आदि है. तीखी धूप से बचने के लिए गमछा व छाता बना लोगों का सहारा तीखी धूप व गर्म हवा के बीच आवश्यक कार्यों के निबटारे को लेकर लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं व तेज धूप से बचने के लिए सिर को छतरी, गमछा व तौलिया से ढक लेते हैं. बढ़ती गर्मी के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. इधर बाजारों में कूलर, पंखे की मांगों में बढ़ोतरी हुई है. इलेक्ट्रॉनिक दुकानों पर लोग गर्मी से राहत पाने के लिए इन उपकरणों की खरीदारी कर रहे हैं. बिजली कटौती की मार से हलकान दिखे लोग प्रचंड गर्मी में बिजली कटौती की मार ने लोगों को परेशान किया. 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के निर्देश के बाद भी तेज हवा का बहाना बताकर दिनभर बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है. विद्युत उपभोक्ताओं ने बताया कि विगत तीन दिनों से दिन में बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है. वहीं रात में भी बार-बार बिजली आ और जा रही है. इससे दिन का सुकून व रात की नींद गायब हो जा रही है. लोगों ने आरोप लगाया कि ऊमस भरी गर्मी में उपभोक्ता विना बिजली के हलकान हो रहे हैं, घरों में रहने वाली गृहिणियां और बच्चे गर्मी से छटपटाते रहते हैं. पता करने पर बताया जाता है कि ओवर लोडिग के चलते फॉल्ट हो जाने से बिजली चली गयी है और मौके पर काम हो रहा है. डायरिया की शिकायत बच्चों में हो रही है अधिक सदर अस्पताल के ओपीडी में इन दिनों लगभग प्रतिदिन 70 से अधिक बच्चों का इलाज किया जा रहा है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हरेराम प्रजापति ने बताया कि सबसे अधिक डायरिया व बुखार की शिकायत छोटे बच्चों में अधिक मिल रही है. उन्होंने बताया कि इसके साथ-साथ छोटे बच्चों में जौंडिस बीमारी भी मिल रही है. उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम सभी के लिए चुनौतियों से भरा होता है और जब बात आती है छोटे बच्चों की देखभाल की तो यह चुनौती दोगुनी हो जाती है.
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