ग्रामीण इलाकों में पेयजल की समस्या गहरायी

अनुमंडल मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों में सरकारी चापाकल कर खराब होने से लोग परेशान हैं. सरकारी चापाकलों की मरम्मत नहीं होने से पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है. नल-जल की टोटी गायब है तो कहीं पाइप से लीकेज है. जिसके चलते पानी की सप्लाई नियमित रूप से नहीं हो रही है. जिसको ठीक कराने में लोगों को नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 9, 2025 9:16 PM

प्रतिनिधि, महाराजगंज. अनुमंडल मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों में सरकारी चापाकल कर खराब होने से लोग परेशान हैं. सरकारी चापाकलों की मरम्मत नहीं होने से पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है. नल-जल की टोटी गायब है तो कहीं पाइप से लीकेज है. जिसके चलते पानी की सप्लाई नियमित रूप से नहीं हो रही है. जिसको ठीक कराने में लोगों को नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं. कई पंचायतों के मुखिया ने बताया कि नल जल में गड़बड़ी की शिकायत करने पर फोन नहीं उठता है. जिसके चलते पीएचइडी को हस्तांतरित नल जल योजना पंचायतों में धराशायी होता नजर आ रहा है. नल जल में गड़बड़ी की शिकायत को विभाग से कोई अहमियत नहीं दी जाती है. पंचायतों में पहुंचने पर जन प्रतिनिधियों ने कहा कि विभाग से लगे चापाकल सूखे व टूटे पड़े हैं. जबकि पंचायतों में विभाग को हस्तांतरित नल-जल योजना बहुत कम जगहों पर सुचारू रूप से चल रही है. नल-जल योजना में आ रही गड़बड़ी की मरम्मत नहीं हो रही है. नहीं हो रही है चापाकल की मरम्मत ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लगे चापाकल टूटे व सूखे पड़े हैं. बंगरा के नागेश्वर सिंह, शिक्षक राजेश कुमार सिंह, उमेश सिंह सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि चापाकल की मरम्मत नहीं हो रही है. जिसके चलते शुद्ध पेयजल मिलने की बात नहीं कहीं जा सकती है. हम लोग अपने घर के आगे राहगीरों व अन्य लोगों के लिए चापाकल लगवाया है. लेकिन चापाकल खराब पड़े हैं. जिससे पेयजल नहीं मिल पा रहा है. ऊपर से नल जल योजना बंद पड़ी हुई है. जिसके चलते सरकार शुद्ध पेयजल की उम्मीद करना बेकार है. जल जांच केंद्र महीनों से बंद प्रखंड व आसपास के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विभाग के कार्यालय में जल जांच केंद्र खोला गया है. लेकिन केंद्र महीनों से बंद पड़ा है जिसके चलते जल की जांच नहीं हो रही है. जिससे लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है. क्षेत्र के अधिकांश चापाकल से शुद्ध पेयजल नहीं निकल रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि अगर जल जांच केंद्र चालू हो जाने से जल की जांच कर उचित सलाह लोगों को दी जा सकती है. लेकिन जल जांच केंद्र के महीना से बंद रहने के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा है. बोले अभियंता पंचायतों में नल जल व चापाकल की समस्या को ठीक किया जा रहा है. शीघ्र ही सभी पंचायतों में नल जल से संबंधित सभी समस्या दूर हो जाएगी. जल जांच केंद्र में नई नियुक्ति नहीं हुई है. जिले में जल जांच हो रहा है. अनंत गुप्ता, सहायक अभियंता, पीएचइडी, महाराजगंज

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