गुठनी-दरौली का दियारा है कच्ची शराब का हब
जिले के कई थाना क्षेत्रों में धड़ल्ले से कच्ची शराब बनायी व उसकी बिक्री की जा रही है. कार्रवाई न होने के कारण धंधेबाजों में न तो कानून का डर है और न ही पुलिस प्रशासन का लिहाजा तस्करों का मनोबल दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.शिकायत करने वालों पर तस्कर जानलेवा हमले की धमकी तक दे डालते हैं.बीते दिनों हुई घटना भी पुलिस की लापरवाही का ही परिणाम माना जा रहा है.
सीवान .जिले के कई थाना क्षेत्रों में धड़ल्ले से कच्ची शराब बनायी व उसकी बिक्री की जा रही है. कार्रवाई न होने के कारण धंधेबाजों में न तो कानून का डर है और न ही पुलिस प्रशासन का लिहाजा तस्करों का मनोबल दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.शिकायत करने वालों पर तस्कर जानलेवा हमले की धमकी तक दे डालते हैं.बीते दिनों हुई घटना भी पुलिस की लापरवाही का ही परिणाम माना जा रहा है. ग्रामीणों का कहना था कि यदि समय रहते पुलिस ने शराब तस्करों पर ध्यान दिया होता तो लोगों की जान बचायी जा सकती थी. जानकारों की मानें तो जिले में शराब पीने से यह पहली मौत नहीं है बल्कि कई लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले के गुठनी, दरौली,सिसवन से सटे दियारे में खुलेआम कच्ची शराब बनायी जाती है और उसकी बिक्री भी की जाती है. जबकि दूसरे प्रदेशों से तस्करी कर लायी गयी शराब तस्करो द्वारा जिले के किसी भी गांव में आसानी से उपलब्ध करा दी जाती है.हालांकि पुलिस कभी-कभी इन तस्करो को पकड़ने में कामयाबी जरुर हासिल करती है. सदर अस्पताल में तैनात रहे पुलिस पदाधिकारी इधर शुक्रवार को भी जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता और पुलिस कप्तान अमितेश कुमार के निर्देश पर शुक्रवार को भी पुलिस पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट की तैनाती रही. जहां सदर अस्पताल आने वाले मरीजो से पूछताछ करते नजर आए.जबकि सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड के दरवाजा बंद होने से अन्य मरीजों को काफी परेशानी जा सामना करना पड़ा.क्योंकि सदर अस्पताल में तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस जवानों शराब कांड को छोड़ अन्य मरीजो को अंदर प्रवेश करने नही दे रहें थे.
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