Siwan News : भाई की हत्या का बदला लेने के लिए ली थी जान, दो गिरफ्तार

जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के शंकरपुर टोला गांव के राजमिस्त्री पृथ्वी रावत की हत्या में शामिल दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसके साथ ही इस कांड का खुलासा कर लिया गया है. एक अभियुक्त अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. भाई की हत्या का बदला लेने के लिए उसने इसक हत्याकांड को अंजाम दिया था.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2024 8:52 PM

भगवानपुर हाट. थाना क्षेत्र के शंकरपुर टोला गांव के राजमिस्त्री पृथ्वी रावत की हत्या में शामिल दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए शनिवार को घटना का खुलासा किया. हालांकि एक अभियुक्त अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. पुलिस के मुताबिक अभियुक्तों ने शराब व गांजा पिलाकर पृथ्वी की हत्या कर शव को गंडकी नदी में फेंक दिया था. शुक्रवार की शाम हुई गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों ने अपना जुर्म कबूल किया. गिरफ्तार बदमाशों के पास से पुलिस ने एक लोडेड कट्टा तथा एक चोरी की टीवीएस राइडर बाइक बरामद की है. गिरफ्तार दोनों बदमाशों को पुलिस शनिवार को जेल भेज दिया. थानाध्यक्ष सुजीत कुमार चौधरी ने बताया कि पृथ्वी रावत की हत्या 26 जुलाई को उस समय की गयी जब वह मजदूरी कर घर लौट रहे थे. उसका शव अगले दिन 27 जुलाई को गांव की गंडकी नदी में पाया गया था. इस मामले में मृतक की पत्नी उर्मिला देवी के आवेदन पर 28 जुलाई को अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया गया था. थानाध्यक्ष ने बताया कि इस कांड के खुलासे में तकनीकी साक्ष्यों एवं मृतक के आसपास के लोगों से लगातार गहन पूछताछ के बाद पुलिस मामले की तहत तक पहुंची और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दो लोग शंकरपुर निवासी बंटी साह और मुन्ना यादव को शंकरपुर गांव स्थित मठिया के पास से चोरी की बाइक एवं देसी लोडेड कट्टे के साथ गिरफ्तार किया गया, जबकि इसमें शामिल एक अन्य अभियुक्त अब भी फरार है. उन्होंने बताया कि पृथ्वी राउत हत्याकांड में गिरफ्तार उक्त दोनों लोगों के अलावा तीसरा व्यक्ति भी था, जो 26 जुलाई को पृथ्वी रावत को गंजा और शराब पिला कर नशे में धुत कर गुप्ती से गला काट एवं पेट में गोद कर हत्या कर दी और शव और गुप्ती को छुपाने के लिए गंडकी नदी में फेंक दिया. पूछताछ में अभियुक्त मुन्ना यादव ने बताया कि मेरे भाई बबन राय की एक वर्ष पूर्व दरौंदा थाना क्षेत्र में हत्या कर सड़क दुर्घटना का रूप दिया गया था. इस घटना को पृथ्वी रावत ने ही अंजाम दिया था. इसके बाद से ही हमने पृथ्वी से बदला लेने की ठान ली थी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version