राशन दुकानदारों की हड़ताल से खाद्यान्न वितरण ठप

.पिछले दस दिनों से जिले के जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के हड़ताल पर चले जाने के चलते खाद्यान्न वितरण ठप हो गया है.जिससे जिले के साढ़े पांच लाख से अधिक गरीब परिवारों के सामने खाद्यान्न को लेकर संकट उत्पन्न हो गया है.उधर अब तक हड़ताली दुकानदारों के मुताबिक मांगों को लेकर सार्थक बातचीत न होने से आंदोलन लंबा चलने की संभावना है. ऐसे में गरीबों के सामने अनाज का संकट उत्पन्न होने के आसार नजर आ रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 10, 2025 8:01 PM
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संवाददाता,सीवान.पिछले दस दिनों से जिले के जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के हड़ताल पर चले जाने के चलते खाद्यान्न वितरण ठप हो गया है.जिससे जिले के साढ़े पांच लाख से अधिक गरीब परिवारों के सामने खाद्यान्न को लेकर संकट उत्पन्न हो गया है.उधर अब तक हड़ताली दुकानदारों के मुताबिक मांगों को लेकर सार्थक बातचीत न होने से आंदोलन लंबा चलने की संभावना है. ऐसे में गरीबों के सामने अनाज का संकट उत्पन्न होने के आसार नजर आ रहे हैं. आठ सूत्री मांगों को लेकर चल रहा हड़ताल फेयर प्राइस डीलर ऐसोसिएशन के तत्वावधान में जिले में सभी राशन वितरण प्रणाली के तहत संचालित सरकारी दुकानदार हड़ताल पर हैं. एक फरवरी से चल रहे आंदोलन के सोमवार को 10वां दिन रहा.प्रत्येक दिन जिला मुख्यालय पर मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन चल रहा है. संगठन के जिलाध्यक्ष अभय कुमार सिन्हा के मुताबिक पीडीएस दुकानदारों की मांगों में तीस हजार रुपये मासिक मानदेय, 300 रुपये प्रति क्विंटल मार्जिन मनी का भुगतान, अनुकंपा पर दुकान आवंटन के निर्धारित 58 वर्ष की बाध्यता समाप्त करने व साेमवार को साप्ताहिक अवकाश प्रमुख रूप से शामिल है.इन मांगों के पूरा न होने तक आंदोलन जारी रहेगा. अब तक सबसे अधिक दरौंदा व सबसे कम मैरवा प्रखंड में हुआ है वितरण आंदोलन के चलते खाद्यान्न वितरण पर असर का परिणाम है कि फरवरी माह का अनाज मात्र जिले में 11.40 प्रतिशत तक ही वितरित हुआ है.जिसमें सबसे अधिक दरौंदा में 50.36 प्रतिशत वितरण हुआ है.जबकि मैरवा में यह वितरण का आंकड़ा 0.03 प्रतिशत है.हालांकि यह वितरण भी कुछ दुकानदारों के व्यक्तिगत पहल से संभव हो पाया है. जिले में 5 लाख 52 हजार 896 हैं कार्डधारक जिले में खाद्यान्न योजना के तहत 5 लाख 52 हजार 896 परिवारों को राशन कार्ड जारी किया गया है.इन अधिकांश परिवारों की सरकारी अनाज पर ही निर्भरता है.लिहाजा प्रत्येक माह इन्हें अनाज का इंतजार रहता है.फरवरी माह में विभागीय आंकड़ा के मुताबिक अब तक 63 हजार 43 कार्डधारकों को ही अनाज मिला है, यह कुल आंकड़ा का 11.40 प्रतिशत है. क्या कहते हैं अधिकारी राशन वितरण प्रणाली के दुकानदारों के हड़ताल के चलते खाद्यान्न वितरण ठप है.दुकानदारों की मांगों का निस्तारण का मामला सरकार स्तर का है.ऐसे में स्थानीय स्तर पर कुछ नहीं किया जा सकता.अगले कुछ दिनों में आंदोलन समाप्त होने पर खाद्यान्न वितरण को सुनिश्चित कराया जायेगा. सीमा कुमारी ,जिला पूर्ति पदाधिकारी

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