मार्च में विदेशों से आये लोगों में आधे का ही हुआ कोरोना टेस्ट

सीवान : सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को जो सूची उपलब्ध करायी है. उस सूची के अनुसार एक मार्च से 22 मार्च तक सीवान जिले में विभिन्न देशों से करीब 906 लोग अपने घर आये है. रविवार को जिला प्रशासन ने जो आंकड़ा उपलब्ध कराया गया है. उसके अनुसार अब तक 783 लोगों के ही जांच […]

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2020 3:19 AM

सीवान : सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को जो सूची उपलब्ध करायी है. उस सूची के अनुसार एक मार्च से 22 मार्च तक सीवान जिले में विभिन्न देशों से करीब 906 लोग अपने घर आये है. रविवार को जिला प्रशासन ने जो आंकड़ा उपलब्ध कराया गया है. उसके अनुसार अब तक 783 लोगों के ही जांच के लिए सैंपल लिये गया है. इसमें करीब दो सौ पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने वाले 50 तबलीगी जमात में शामिल होने वाले लोगों का भी सैंपल शामिल है. जांच के बाद इसमें 755 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव व 29 लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है.

फॉलोअप जांच में सोमवार छह पॉजिटिव मरीजों का रिपोर्ट निगेटिव आ चुका है. वैसे एक जनवरी से लेकर 22 मार्च तक जिले में विभिन्न देशों से करीब 3525 लोगों के आने की बात विभाग स्वीकार कर रहा है. लेकिन विदेशों से आने वाले लोगों की संख्या इससे काफी अधिक है.क्वारेंटिन में रखे व लक्षण दिखने वाले लोगों का ही होगा जांचरविवार से स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से आये लोगों की जांच करने के लिए सैंपल लेना बंद कर दिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि अब लक्षण दिखने वाले संदिग्ध लोगों की जांच के लिए सैंपल लिया जायेगा. इसके अलावे पॉजिटिव मरीजों के फॉलोअप जांच के लिए सैंपल लिये जायेंगे.

इसके अलावे कोई संदिग्ध व्यक्ति दूसरे जिले से आता है तथा उसमें लक्षण दिख रहें हैं तो उसकी जांच के लिए सैंपल लिया जायेगा. रविवार को एक भी संदिग्ध मरीज का सैंपल जांच के लिए नहीं लिया गया.विभाग ने अब तक नहीं उपलब्ध कराया थर्मल स्कैनरकोरोना के संक्रमण के फैलने के पूर्व जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अच्छी तरह पता था कि सीवान जिले के औसतन एक परिवार एक व्यक्ति विदेशों में रहता है. लगन तथा रमजान को लेकर लोग विदेशों से काफी संख्या में आ रहे हैं.

संक्रमण को रोकने के लिए विदेशों से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग उपकरण के द्वारा करनी अनिवार्य थी. इसके बावजूद विभाग ने सीवान जिले को थर्मल स्कैनर आज तक उपलब्ध नहीं कराया गया. जहां विदेशों से आने वाले लोगों की संख्या हजारों में थी. उसमें संक्रमित लोगों की पहचान करने के लिए थर्मल स्कैनर की जररत थी. बहुत से ऐसे भी लोग है जो हाल में विदेशों से आने के बाद स्वयं जांच कराने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे है. ऐसी आशंका है कि बहुत से लोग विदेशों से आने बाद जांच कराने के लिए विभिन्न सरकारी अस्पतालों में पहुंचे. सरकारी अस्पतालों में मरीजों की काउंसेलिंग करने के बाद उन्हें घर पर क्वारेंटिन रहने की सलाह देकर छोड़ दिया गया.

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