हरी सब्जियां आम लोगों से दूर
गुठनी. प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पड़ रहे भीषण गर्मी व बारिश की कमी से उत्पादन में गिरावट से सब्जियों के भाव में आग लगी हुई है. दूसरी ओर सब्जियों के व्यापार में बिचौलिए मुनाफाखोरी कर रहे है.
संवाददाता, गुठनी. प्रखंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पड़ रहे भीषण गर्मी व बारिश की कमी से उत्पादन में गिरावट से सब्जियों के भाव में आग लगी हुई है. दूसरी ओर सब्जियों के व्यापार में बिचौलिए मुनाफाखोरी कर रहे है. आलम यह है कि कि सब्जी किसानों के खेत से 10 रुपये प्रति किलो बिक रही है वहीं सब्जी बाजार तक आते – आते 30 से 35 रुपए प्रति किलो हो जा रही है. ग्यासपुर के किसान बुटाई राजभर ने बताया कि गर्मी ने हरी सब्जी की फसलों को बर्बाद कर दिया है. जिससे कम उपज हो रही है. खेत से सब्जी ले जाने वाले बिचौलिए यहां से कम दाम पर लेकर जाते है और बाजार में दुकानदारों के हाथ महंगे दामों पर बेचते है. बताया की खेत पर नेनुआ 15 रुपए किलो बिक रहा है. यही बाजार में 60 रुपए किलो बिक रहा है. टमाटर 40 से 50 रुपए किलो खेत में बिक रहा है. जब की बाजारों में 80 से 100 रुपए किलो है. इस तरह अन्य सब्जियों के भाव भी चढ़े हुए है. कमा रहे है किसानों के फसल से बिचौलिए प्रखण्ड के दर्जनों गांव में सैकड़ों बीघा में किसान खेती कर परिवार जीवकोपार्जन चलाते हैं. किसानों का कहना है कि इन बिचौलिया के कारण ही बाजार में सब्जी महंगी हुई है. बिचौलिए महंगाई को बढ़ावा दे रहे हैं. एक तरफ किसानों को लाभ नहीं हो पा रहा है. बिचौलिए किसानों के खेतों में पहुंच कर कम कीमत में ही सब्जियों को खरीद लेते हैं.जिले के मैरवा प्रखंड के मैरवा सब्जी मंडी का बड़ा केंद्र माना गया है. यंहा गोरखपुर, वाराणसी, बलिया, समस्तीपुर समेत अन्य जिलों से 15 से 20 ट्रक सब्जियों की खेप पहुंची है. यहां से वाहनों से नौतन, जिरादेई, गुठनी, दरौली, आंदर आदि प्रखंड के बाजारों के सब्जी मंडी के हरी सब्जियों की खेप माल वाहक वाहनों से लायी जाती है.यहां आते आते सब्जियों के भाव तीन से पांच गुना बढ़ जाते है. गुठनी बाजार में 20 रुपए किलो बिकने वाली भिंडी 60 रुपए प्रति किलो बिक रही हैं.
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