सीवान.डेनमार्क के शहर आरहूस में प्रत्येक वर्ष की तरह इस साल भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर डेनमार्क के नागरिकों के साथ योग दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया.कार्यक्रम शहर के कम्यून भारतीय दूतावास तथा डेनमार्क योगा के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया.कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत के राजदूत मनीष प्रभात स्वयं उपस्थित थे. डेनमार्क योगा के अध्यक्ष ख्वाजा हशशाम के नेतृत्व नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय परंपरा और संस्कृति तथा वैदिक नियमों को योग के माध्यम से इसके महत्व को समझाने का प्रयास किया गया. उन्होंने योगाभ्यास को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का निवास होता है और विकास के इस प्रतियोगी दौर में मस्तिष्क का काम और खास करके शांत मस्तिष्क का काम बगैर योग के संभव नहीं है.इसलिए इस तेज भाग दौड़ की जिंदगी में योगाभ्यास का पालन जो लोग अपने दैनिक जीवन में किया करते हैं, वह अपेक्षाकृत अन्य लोगों के अधिक स्वस्थ और संपन्न जीवन व्यतीत करते हैं. सीवान शहर के ही रहने वाले अप्रवासी भारतीय ख्वाजा हशशाम अहमद जो कि सीवान के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. ख्वाजा एहतेशाम अहमद के अनुज हैं,उन्होंने ने योग की इस परंपरा को आत्मसात कर पिछले कई एक सालों से यूरोप में इसका प्रचार प्रसार कर रहे हैं. उनकी संस्था डेनमार्क योगा हर साल भारतीय दूतावास के साथ मिलकर के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजित करते रहे हैं. उन्होंने डेनमार्क सहित विभिन्न यूरोपीय देशों में योग के माध्यम से भारतीय कला संस्कृति को प्रसारित और प्रचारित करने में अहम योगदान दिया है.भारत के राजदूत मनीष प्रभात ने डेनमार्क योग और सभी लोगों का धन्यवाद किया और उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के संस्थाएं निश्चित रूप से भारतीय परंपरा का ध्वजवाहक बना करके पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर रही हैं.खास करके ख्वाजा हशशाम जो कि डेनमार्क योग के अध्यक्ष है इनका समर्पण अतुल्य है. कार्यक्रम में प्रोग्राम मॉडरेटर दो मोहित कोठारी इंडिया इन आरहुस के मुख्य संगठन रिपु दमन सिंह अलेक्सेंदर रेड्स मोनिका संगरई प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
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