सीवान. जिले के भगवानपुर हाट एवं बसंतपुर प्रखंड में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या 47 से अधिक हो गई है.वैसे सरकारी आंकड़ों के अनुसार मरने वालों की संख्या 28 तथा बीमार लोगों की संख्या 79 बताया जा रहा है.जिला प्रशासन का कहना है कि मौत का सिलसिला खत्म हो गया है,लेकिन क्षेत्र में एंबुलेंसों की आवाज एवं रात्रि में लोगों की सिसकियां यह कह रही है कि अभी सब कुछ ठीक नहीं है. शुक्रवार से जहरीली शराब से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज सदर अस्पताल की जगह बसंतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में किया जा रहा है. गंभीर स्थिति के मरीजों को बसंतपुर से सीधे पीएमसीएच पटना रेफर किया जा रहा है.इसके लिए लगभग 18 एंबुलेंस को तैनात किया गया है.शुक्रवार को अधिकारियों की परेशानी उस समय बढ़ गई जब पचरुखी प्रखंड के झूनापुर निवासी मुस्लिम मंसूरी का पुत्र शाकिर मंसूरी की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई.परिवार के लोग पोस्टमार्टम करने के लिए शव को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे.बताया जाता है कि डॉक्टर द्वारा पोस्टमार्टम करने के लिए नगर थाने को ओडी स्लिप भेजकर सूचना दी गई.पुलिस द्वारा ओडी स्लिप नहीं लिया गया.परिजनों ने बताया कि पुलिस द्वारा बताया गया कि अगर पोस्टमार्टम के शराब पीने की बात नहीं आई तो परिवार के लोगों पर करवाई होगी.कार्रवाई की डर से परिजन शव को लेकर घर चले गए.परिवार के लोगों ने बताया कि शाकिर गुरुवार को अपने एक संबंधी के घर बसंतपुर थाने के बसोंही गांव गया था तथा वहीं पर जहरीली शराब का सेवन किया. शुक्रवार की शाम घर आने के बाद उसकी तबीयत काफी बिगड़ गई.परिवार के लोगों ने स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराया,लेकिन थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई. शनिवार को नगर थाने के पुरानी किला मोहल्ले के एक युवक को उसके परिवार के लोगों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया. युवक का नाम गुड्डू कुमार यादव है जो रमेश यादव का पुत्र है.युवक ने बताया कि शहर के लक्ष्मीपुर मुहल्ले से कल देसी शराब खरीद कर पिया. शराब पीने के बाद उसकी तबीयत काफी खराब हो गई. एसआइटी के इंस्पेक्टर ने पोस्टमार्टम करने वालों का बयान किया रिकॉर्ड जहरीली शराब कांड की जांच के लिए जिला स्तर पर गठित एसआइटी के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार शनिवार को सदर अस्पताल पहुंचे तथा जहरीली शराब पीने से मृत व्यक्तियों एवं बीमार व्यक्तियों के संबंध में जानकारी इकट्ठा किया. इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने जहरीली शराब से बीमार व्यक्तियों के बेड टिकट एवं मृत व्यक्तियों के पोस्टमार्टम के लिए बनाए गए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट को देखा. उन्होंने 28 मृत व्यक्तियों के पोस्टमार्टम करने वाले सभी पांच डाक्टर डॉ रजनीकांत, डॉ सत्यपाल यादव, डॉ मुकेश रंजन, डॉ विजेंद्र प्रसाद एवं डॉ राजीव रंजन से पोस्टमार्टम के संबंध में कई सवाल किए तथा उनके बयानों की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई. डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि सभी शव का विसरा सुरक्षित रखा गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारणों की जानकारी होगी.
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