संवाददाता, सीवान. जिलाधिकारी शुक्रवार को जिले के सात प्रखंडों के 11 पंचायतों को टीवी मुक्त पंचायत की घोषणा करेंगे. टीबी मुक्त पंचायत होने के सभी 6 संकेतकों को इन पंचायत द्वारा पूरा किया जा चुका है. जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता इन पंचायतों के मुखिया को कांस्य पदक देंगे. साल 2025 तक देश से टीबी की बीमारी से मुक्त करने का अभियान चल रहा है. टीबी मुक्त होने का दावा करने वाले जिले के सात प्रखंडों के 11 पंचायतों की सत्यापन टीम द्वारा जांच करने के पश्चात जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने जांच रिपोर्ट आने के बाद जिला अधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता से टीबी मुक्त होने का दावा करने वाले सभी 11 पंचायत को पुरस्कार देने की अनुशंसा की थी. जिलाधिकारी द्वारा 24 मार्च को टीबी दिवस के अवसर पर इन 11 पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत की घोषणा करते हुए कांस्य पदक देना था. लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण यह कार्यक्रम नहीं हो सका.जिला यक्ष्मा विभाग द्वारा प्रथम चरण में जिले के सभी 19 प्रखंडों से दो-दो पंचायत का चयन किया गया था. लेकिन इसमें से सात प्रखंडों के 11 पंचायत ने ही जिला पंचायती राज पदाधिकारी के यहां टीबी मुक्त पंचायत होने का दावा किया था. इन पंचायत ने 6 मानदंडों को किया पूरा जिले के सदर प्रखंड के महुआरी एवं करणपुरा, बसंतपुर प्रखंड के कुमकुम पुर व सूर्यपुरा,भगवानपुर हाट प्रखंड के मीरजुमला एवं बंसोही, गुठनी प्रखंड के पड़री, महाराजगंज प्रखंड के देवरिया एवं पटेढ़ा, लकड़ी नबीगंज प्रखंड के डुमरा एवं बड़हरिया प्रखंड के सदरपुर पंचायत ने टीबी मुक्त पंचायत होने का दावा किया था. जिला संचारी रोग पदाधिकारी ने टीबी मुक्त पंचायत होने का दावा करने वाले 11 पंचायत का सत्यापन टीम से जांच कराया. जांच में सत्यापन टीम ने टीबी मुक्त पंचायत होने के सभी 6 मानकों को पूरा करने का दावा सही पाया. टीबी मुक्त पंचायत का दावा करने वाले पंचायतों में प्रति एक हजार की आबादी में कम से कम 30 व्यक्तियों के स्पुटम की जांच होनी चाहिए. पंचायत में प्रति 1000 पर टीबी मरीजों की संख्या एक या एक से कम होनी चाहिए. पंचायत के लगभग 60% टीबी मरीजों के यूडीएसटी फॉलोअप जांच पूर्ण होने चाहिए.1 जनवरी 2022 से लेकर 31 दिसंबर 2022 तक के 85% टीबी मरीज सफलता पूर्वक क्योर होने चाहिए. पंचायत के सभी टीबी मरीजों को निश्चय पोषण योजना के तहत राशि प्राप्त होनी चाहिए. इसके अतिरिक्त पंचायत के सभी टीबी मरीजों को निश्चय मित्रों द्वारा सभी मरीजों को गोद लिया होना चाहिए. टीबी मुक्त पंचायतों को डीएम द्वारा दिया जायेगा प्रमाणपत्र व पुरस्कार- प्रमाणपत्र के साथ महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भी प्रदान की जाएगी. स्वस्थ गांवों के प्रति उनके दृष्टिकोण के प्रतीक के रूप में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत होगा. पहली बार टीबी मुक्त का दर्जा बनाये रखने के लिए प्रतिमा कांस्य की होगी. लगातार दो वर्षों तक टीबी मुक्त पंचायत होने पर चांदी का और लगातार तीन वर्षों तक टीबी मुक्त होने पर सोने की गांधी जी के प्रतिमा पुरस्कार के रूप में मिलेगी. बोले अधिकारी पंचायत को टीबी मुक्त करने के उद्देश्य से 19 प्रखंडों के 38 पंचायतों का चयन किया गया था. छह संकेतकों को पूरा करने वाले 11 पंचायत ने टीबी मुक्त पंचायत होने का दावा किया था. दावों की जांच सत्यापन टीम द्वारा की गई. सभी 11 पंचायतों का दावा सही पाया गया. डॉ. अनिल कुमार सिंह, सीडीओ यक्ष्मा,सीवान
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