Siwan News: मंगलवार को सुबह में हुई जोरदार बारिश से शहर के प्रमुख सड़कें तालाब का शक्ल ले ली. जिससे आवागमन में काफी मुश्किल का लोगों को सामना करना पड़ा. बारिश के कारण शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह फेल नजर आया. बारिश के बाद कई सरकारी कार्यालयों में भी पानी प्रवेश कर गया.
बड़े नाले का निर्माण तो हुआ,लेकिन नहीं हो पा रही पानी की निकासी
बारिश ने नगर परिषद की पोल खोल कर रख दी है. हर वर्ष ड्रेनेज सिस्टम विकसित करने की कवायद होती है लेकिन हर बरसात में शहर की स्थिति नारकीय बन जाती है. इस बार तो मानसून की शुरूआत से ही जगह जगह जल जमाव बनता दिखायी पड़ रहा है. शहर के स्टेशन रोड़, राजेंद्र पथ, पुरानी किला, सिसवन ढ़ाला, डीएवी मोड़, शांति वट वृक्ष सहित अन्य स्थानों पर बड़े नाले का निर्माण तो हुआ है लेकिन इस नाले से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. इसी तरह से नई बस्ती, पाल नगर , शांति नगर, महादेवा, आयोध्यापुरी, लक्ष्मीपुर, नवलपुर, नया किला, खुरमाबाद, मखदूम सराय, तेलहट्टा, राम नगर सहित अन्य मोहल्लों में भी लाखों रूपये खर्च कर नाले का निर्माण किया गया फिर भी न तो नाले से शहर के पानी की निकासी हो पा रही है और न ही सभी नालों को मुख्य नालों से जोड़ा जा सका है.
घरों में रहने के लिए विवश हुए लोग
मंगलवार की सुबह से हो रही बारिश के कारण शहर के शांति वट वृक्ष से डीएवी मोड़, राजेंद्र पथ, गौशाला रोड़, चमड़ा मंडी बाईपास सहित अन्य सड़क पानी में डूब गया. अधिकांश गलियों की बात करें तो पानी जमा हो जाने से लोग घरों में रहने को ही विवश है. दिन भर बादल छाया रहा और बूंदाबांदी भी होती रही. जिससे तापमान में कमी रही व तेज गर्मी से लोगों को राहत मिली.
जलजमाव की समस्या से जूझ रहे लोग
झमाझम बारिश से गर्मी से तो लोगों को राहत मिली. लेकिन इस बारिश ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है.लोग फिर से जलजमाव की समस्या से जूझने लगे हैं. जिले में 46.45 मिमी हुई औसत बारिश जिले में अगस्त के छह दिनों में औसत 100.3 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी है. अब तक के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो कुल 2000.60 मिमी बारिश हुई है. अगस्त माह में पांच तारीख को जहां शून्य मिमी बारिश है तो तीन अगस्त को औसत 0.21 बारिश हुयई है. इसी तरह से एक अगस्त को 28.77 मिमी, 02 अगस्त को 18.91 मिमी,4 अगस्त को 5.69 मिमी औसत बारिश आंकी गयी है.