कैदी की मंडल कारा में मौत

सोमवार की सुबह लगभग 10 बजे सीवान मंडल कारा के एक सजायाफ्ता बंदी की मौत हो गई. मृत बंदी पप्पू सिंह उर्फ उमेश चंद्र सिंह जीबी नगर थाने के सकरा नौरंगा निवासी स्व कृष्ण सिंह का पुत्र था.

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 9:33 PM

संवाददाता, सीवान. सोमवार की सुबह लगभग 10 बजे सीवान मंडल कारा के एक सजायाफ्ता बंदी की मौत हो गई. मृत बंदी पप्पू सिंह उर्फ उमेश चंद्र सिंह जीबी नगर थाने के सकरा नौरंगा निवासी स्व कृष्ण सिंह का पुत्र था.

घटना के संबंध में बताया जाता है कि पप्पू सिंह की सुबह नौ बजे के आसपास स्नान करने के कुछ देर बाद तबीयत खराब हो गई. जेल के डॉक्टरों द्वारा बंदी की प्राथमिक उपचार कर सदर अस्पताल रेफर कर दिया. सदर अस्पताल लाने के दौरान ही उसकी मौत रास्ते में हो गई. बताया जाता है कि बंदी को जेल में सांस लेने की तकलीफ हुई तथा उसका बीपी भी अधिक हो गया. जेल के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया था.

इधर परिजनों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन लोगों को तबीयत खराब होने की सूचना नहीं दी गयी. परिवार के लोगों ने बताया कि परिवार का एक सदस्य मुलाकाती के लिए जेल गेट पर गया था. जेल गेट पर ही जानकारी हुई कि पप्पू सिंह की तबीयत खराब है तथा उन्हें सदर अस्पताल ले जाया गया है. बताया जाता है कि जीबी नगर थाने के सकरा नौरंगा गांव में 2015 में एक व्यक्ति की हत्या के मामले में मई 2019 में पप्पू सिंह को आजीवन कारावास की सजा हुई थी. तब से पप्पू सिंह सीवान मंडल कारा में बंद था. बंदी का पोस्टमार्टम कराने को लेकर जेल प्रशासन द्वारा मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बनाई गयी. जेल प्रशासन ने बताया कि बंदी के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए पीएमसीएच ले जाया जायेगा.

बंदी पर एक अन्य मामला भी

काराधीक्षक देवाशीष कुमार सिन्हा ने बताया कि बंदी तकरीबन साढ़े पांच वर्षों से मंडल कारा में बंद था. नियमानुसार पांच वर्ष से सजा काट रहे बंदी को सेंट्रल जेल भेजा जाता है. लेकिन बंदी के ऊपर एक अन्य मामला होने के कारण उसे सेंट्रल जेल नहीं भेजा गया था. काराधीक्षक ने बताया कि अचानक तबीयत खराब हुई. जहां मंडल कारा चिकित्सकों द्वारा दवा देकर सदर अस्पताल रेफर किया गया. जहां उसकी मौत हो गयी.

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