महादेवा व लक्ष्मीपुर पीएचसी को मिला एनक्यूएएस का प्रमाणपत्र
सीवान.शहरी पीएचसी महादेवा एवं लक्ष्मीपुर में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए राज्यस्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है.सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि मरीजों के उपचार को लेकर अस्पताल में 12 प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है.
संवाददाता,सीवान.शहरी पीएचसी महादेवा एवं लक्ष्मीपुर में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए राज्यस्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया है. सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि मरीजों के उपचार को लेकर अस्पताल में 12 प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है. लेकिन हर तरह की सुख सुविधाओं का लाभ शहरवासियों को दिलाने के उद्वेश्य से अस्पताल में चिकित्सक, एएनएम, लैब टेक्नीशियन, एकाउंटेंट, फार्मासिस्ट और डाटा ओपरेटर सहित कई अन्य प्रकार के स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति हर समय उपलब्ध कराई जाती हैं. इससे सभी मरीजों को स्थानीय स्तर पर सभी तरह की चिकित्सकीय सहायता आसानी से उपलब्ध कराई जाती है और लोग आसानी से इसका लाभ उठाते हैं. राज्य स्तरीय टीम ने दोनों पीएचसी का किया था मूल्यांकन जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम विशाल कुमार ने बताया कि 26 अक्टूबर को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा और लक्ष्मीपुर स्वास्थ्य संस्थान का राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाणीकरण के लिए राज्यस्तरीय टीम में शामिल यूनिसेफ के राज्य सलाहकार डॉ. जगजीत सिंह और विभागीय स्तर पर नामित सदस्य जिला स्वास्थ्य समिति सारण के डीपीसी रमेश चंद्र कुमार अवलोकन किया गया था. इसमें सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी सुविधा के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं की जांच और इलाज सुविधा,नवजात शिशु और बच्चों की चिकित्सकीय सुविधा, इमरजेंसी सुविधा, ड्रेसिंग रूम, परिवार नियोजन सुविधा, टीकाकरण केंद्र, गैर संचारी रोग सुविधा, संचारी रोग सुविधा, विभिन्न प्रकार की जांच सुविधा सहित दवाओं की व्यवस्था उपलब्ध रहती है. सबसे अधिक मरीजों का अधिकार के लिए मिला 90. 04 प्रतिशत अंक जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी सह यूपीएचसी के सलाहकार इमामुल होदा ने बताया कि लक्ष्मीपुर मोहल्ला के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का राज्यस्तरीय टीम द्वारा एनक्यूएएस के तहत अवलोकन द्वारा 76. 05 प्रतिशत अंक मिला है. जिसमें सबसे अधिक मरीजों का अधिकार में 90. 04 प्रतिशत अंक हासिल हुआ है, जबकि गुणवत्ता प्रबंधन में सबसे कम 70. 03 प्रतिशत अंक मिला है. जिसको लेकर स्थानीय स्तर पर विभागीय अधिकारी और कर्मियों द्वारा कार्य किया जाना है. उक्त दोनों यूपीएचसी को राज्य स्तरीय मूल्यांकन द्वारा अंकों का निर्धारण होने के बाद सदर पीएचसी के एमओआईसी डॉ. नेसार,डॉक्टर अभिमन्यु, बीएचएम महम्मद गुलाब रब्बानी, पीरामल स्वास्थ्य के राकेश कुमार अकेला और रानी कुमारी गुप्ता और सीएफएआर के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी द्वारा बधाई दी गई है. वहीं राष्ट्रीय स्तर की तैयारी के लिए हर संभव सहयोग करने के लिए आश्वासन दिया गया है.
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