महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रहा है हेल्प डेस्क
महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए गुठनी थाने में हेल्प डेस्क बना है. यह महिलाओं के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. ज्यादातर मामले घरेलू विवाद से जुड़े आ रहे है. कोई पति के हरकत से तो कोई सास के उत्पीड़न से परेशान है तो किसी की ननद से नहीं बन रही है. इस बीच हेल्प डेस्क पर आने वाली शिकायतों को निबटाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है
संवाददाता, गुठनी. महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए गुठनी थाने में हेल्प डेस्क बना है. यह महिलाओं के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. ज्यादातर मामले घरेलू विवाद से जुड़े आ रहे है. कोई पति के हरकत से तो कोई सास के उत्पीड़न से परेशान है तो किसी की ननद से नहीं बन रही है. इस बीच हेल्प डेस्क पर आने वाली शिकायतों को निबटाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा से जुड़े, पड़ोसी से जमीन विवाद आदि मामले आ रहे है. शिकायत मिलने पर पुलिस की ओर से समस्याओं को निबटाने का प्रयास किया जाता है. वहीं महिलाओं को जागरूक करने की पुरजोर कोशिश की जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गुठनी थाने में एक फरवरी 2024 से 31अगस्त 2024 तक 55 मामले आये. जिसमें छह मामले में एफआइआर दर्ज किए गया. 30 से ज्यादा मामलों का निष्पादन किया गया है. वंही अन्य मामलों में जांच की जा रही है. सबसे ज्यादा घरेलू हिंसा से जुड़े हैं. ज्यादा मामला पति- पत्नी का आता है. गुठनी थाने में हेल्प डेस्क पर तैनात नवनियुक्त हेल्प डेस्क प्रभारी चांदनी कुमारी ने बताया की शिकायतों के त्वरित निस्तारण का प्रयास किया जाता है. ज्यादातर मामले घरेलू विवाद से संबंधित आते है. जिसे बेहतर ढंग से काउंसेलिंग कर मामले का निस्तारित कर दिया जाता है. जरूर पड़ने पर कार्रवाई भी होती है. घरेलू विवाद से जुड़े जो मामले आते है, उनमें दोनो पक्षों को बेहतर ढंग से समझाया जाता है. आपसी सुलह समझौते के आधार पर विवाद का निबटारा हो जाता है. थाने में स्थापित महिला हेल्प डेस्क का मकसद दरअसल थाना पहुंचने के बाद महिला पीड़ितों का सामना अधिकांश पुरुष पुलिस पदाधिकारियों से होता है. जिनके सामने वह अपने समस्याओं को खुलकर नहीं रख पाती थी. खासकर लाजवश लैंगिंक उत्पीड़न जैसे मामलों में खुल कर बात रखने में पुरुषों के सामने में महिलाएं संकोच करती थी. बोले थानाध्यक्ष थाने में हेल्प डेस्क को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. आने वाली शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निबटारा किया जा रहा है. विकास कुमार सिंह,थानाध्यक्ष गुठनी
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