मैरवा (सीवान). थाना क्षेत्र के मुड़ियारी गांव के झरही नदी के तट से गुरुवार को गांव के एक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया है. मृतक के शरीर सहित सिर पर नुकीले हथियार से हमला करने के निशान हैं, जिसके चलते कहीं अन्य स्थान पर हत्या कर युवक का शव झरही नदी के तट पर कचरे के बीच फेंके जाने का अंदेशा जताया जा रहा है. पुलिस शव को कब्जे में लेकर पूछताछ कर रही है. मालूम हो कि मुड़ियारी गांव के 30 वर्षीय दिलीप गोंड बुधवार की सुबह घर से निकला था. परिजनों के मुताबिक दिलीप अपने दोस्तों के साथ आये दिन घर से गायब रहता था. उक्त दिन भी रात 11 बजे तक घर नहीं लौटा, तो परिवार के सदस्यों ने खोजबीन शुरू की. इस संबंध में दोस्तों से भी तहकीकात की, पर किसी ने भी दिलीप की जानकारी नहीं दी. इससे घरवालों को किसी अनहोनी की आशंका सताने लगी. वहीं, गुरुवार को घर वाले ढूंढते-ढूंढते झरही नदी के किनारे पहुंचे, तो दिलीप कचरे के ढेर में मृत अवस्था में पड़ा मिला. शव को चोटिल अवस्था में देख मृतक का भाई दहाड़ मार कर रोने लगा. मृतक के सिर पर नुकीला हथियार से वार किया गया है. उसके शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान भी थे. इधर, एसडीपीओ अजीत प्रताप सिंह और इंस्पेक्टर मुकेश झा ने घटना स्थल पर पहुंचकर ब्लड का सैंपल और मिट्टी सहित अन्य चीजें एफएसएल जांच के लिए लिया है. मृतक के परिजनों ने बताया कि दिलीप प्रतिदिन अपने दोस्तों के साथ घूमने जाता था. इस संबंध में एसडीपीओ अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि हत्या कर शव को कचरे में फेंका गया है. हालांकि हमने घटना स्थल से ब्लड का सैंपल, मिट्टी जो आवश्यक चीज एफएसएल जांच के लिए लिया गया है. मुड़ियारी गांव के दिलीप का शव मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. पत्नी को दहाड़ मारकर रोते देखे ग्रामीणों की आंखों में भी आंसू आ गये. मृतक बाहर में मजदूरी करता था. उसकी शादी चार साल पूर्व हुई थी. बाल-बच्चे नहीं होने से मृतक की पत्नी बेसहारा हो गयी है. उधर दिलीप की हत्या के बाद से ग्रामीणों में दहशत बना हुआ है. एसडीपीओ अजीत प्रताप सिंह ने मुड़ियारी झरही नदी के तट के आसपास के आधे किलोमीटर के एरिया में जांच का निर्देश पुलिसकर्मियों को दिया है. झरही नदी के आसपास जंगल-झाड़ी होने से पुलिस को घटना स्थल से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है. मृतक के सिर पर नुकीला हथियार से वार किया गया है. उसके शरीर पर कई जगहों पर चोट के निशान पाये गये हैं. एसडीपीओ ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या में कौन-सा हथियार का प्रयोग किया गया है, इसका पता चल पायेगा. लेकिन पुलिस इस पूरे मामले में एक-एक बिंदु पर जांच में जुटी हुई है. मौत से जुड़े साक्ष्यों को एकत्रीत किया जा रहा है. तकरीबन 24 घंटे तक लापता रहने के बाद दिलीप का शव बरामद हुआ था. परिजनों के मुताबिक मजदूरी करने के बाद दिलीप का अधिकांश वक्त दोस्तों के बीच ही गुजरता था. जबकि, उस दिन वह कहां था, यह कोई दोस्त नहीं बता रहा है. इससे पुलिस की जांच दोस्तों के बीच ही अटक गयी है. मृतक व उसके दोस्तों के कॉल डिटेल पुलिस खंगालने में जुटी है, जिसके सहारे हत्यारों तक पुलिस को पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि परिजन किसी से भी पुरानी रंजिश से इंकार कर रहे हैं.
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