संवाददाता,सीवान. वित्तीय अनियमितता के मामले में कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने कार्यालय में तैनात एक संविदा कर्मी को बर्खास्त तथा एक अन्य कर्मी को निलंबित कर दिया.इसकी खबर लगते ही सफाई कर्मियों ने विरोध करना शुरू कर दिया तथा हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया .जीरादेई के विधायक अमरजीत कुशवाहा पहुंचे तथा वे भी आदेश वापस लेने की मांग पर अड़ गये.लिहाजा कार्यपालक पदाधिकारी ने दुर्गापूजा तक पूर्ववत स्थिति बहाल रखने का आदेश जारी कर दिया. मालूम हो कि नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार पटना के वर्ष 2017 के 13 अप्रैल के एक आदेश के आलोक में नगर परिषद् सीवान के सेवानिवृत कर्मियों व मृत कर्मियों के पंचम एवं षष्ट्म वेतन में अधिक भुगतान की गए राशि का समायोजन कर अवशेष अन्तर राशि के भुगतान करना था. इस क्रम में यह बात सामने आयी कि स्थापना सहायक निर्भय कुमार पांडेय व संविदा लिपिक अमरजीत कुमार ने नियमों की अनदेखी कर बगैर प्रतीक्षा सूची तैयार किए एवं स्वीकृति प्राप्त किए विशेष का चयन कर विपत्र प्रस्तुत कर भुगतान कर दिया गया. यह बात जांच में सही पाये जाने पर शनिवार को स्थापना सहायक निर्भय कुमार पाण्डेय को निलंबित करने तथा संविदा लिपिक अमरजीत कुमार को बर्खास्त करने का कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने आदेश जारी कर दिया. इओ के इस आदेश की खबर फैलते ही सफाईकर्मी आंदोलित हो गये तथा हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया. दुर्गा पूजा के समय सफाई कार्य ठप कर देने की चेतावनी के चलते नगर परिषद के अफसर भी परेशान हो गये.सफाई कर्मियों की अगुवाई कर रहे संगठन के नेता अमीत कुमार ने कार्यपालक पदाधिकारी से आदेश वापस लेने की मांग करने लगे.यह जानकारी मिलने पर भाकपा माले के विधायक अमरजीत कुशवाहा भी कार्यालय पहुंच गये.यहां कार्यपालक पदाधिकारी से कर्मचारियों के हित में निर्णय वापस लेने को कहा.जिसके चलते आखिरकार ईओ ने यह कहते हुए आदेश वापस ले लिया कि पुन: जांच करायी जायेगी.
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