नौ राइस मिलों ने एसएफसी में कराया रजिस्ट्रेशन
जिले में किसानों से सरकारी क्रय केद्रों पर एक नवंबर से धान की खरीद शुरू होगी. किसानों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ दिलाया जायेगा. इसकी तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है .धान खरीद के बाद उसे फोर्टीफायड चावल तैयार कर बिहार राज्य खाद्य निगम को उपलब्ध कराया जाना है.
सीवान: जिले में किसानों से सरकारी क्रय केद्रों पर एक नवंबर से धान की खरीद शुरू होगी. किसानों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ दिलाया जायेगा. इसकी तैयारी में प्रशासन जुटा हुआ है .धान खरीद के बाद उसे फोर्टीफायड चावल तैयार कर बिहार राज्य खाद्य निगम को उपलब्ध कराया जाना है. खरीफ विपणन मौसम, 2024-25 अंतर्गत धान एवं चावल की खरीद करने हेतु बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है. चावल तैयार करने के लिए अब तक बिहार राज्य खाद्य निगम में नौ राइस मिल संचालकों ने रजिस्ट्रेशन भी कराया है. विभाग ने निर्देश दिया है कि पैक्स व व्यापार मंडल द्वारा किसानों से क्रमशः पंचायत और प्रखंड स्तर पर धान का क्रय किया जायेगा तथा खरीद धान की मात्रा के समतुल्य फोर्टीफायड चावल तैयार करने हेतु ब्लैंडरयुक्त सम्बद्ध मिलरों को हस्तगत कराते हुए उसके समतुल्य अग्रिम फोर्टीफायड चावल (अधिकतम फोर्टीफायड उसना चावल) प्राप्त कर बिहार राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम को उपलब्ध कराया जायेगा. सरकार ने 15 जून 2025 तक चावल प्राप्त करने का समय सीमा निर्धारित किया है.इधर धान अधिप्राप्ति के पोर्टल पर जिन मिलों ने निबंधन कराया है. उनका सत्यापन प्राथमिकता के आधार पर शुरू भी कर दिया गया है ताकि इस कार्य को पूरा कराते हुए जिला टास्क फोर्स की बैठक में उनकी स्वीकृति तथा टैगिंग कर दिया जायें. शुक्रवार से जिला सहकारिता पदाधिकारी सुमन कुमार सिंह, बिहार राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक आसिफ इकबाल और वरीय उप समाहर्ता अधिप्राप्ति विकास कुमार ने बिहार राज्य खाद्य निगम में रजिस्टर्ड करायें सभी राइस मिलों का भौतिक सत्यापन शुरू कर दिया है. अभी तक नौ राइस मिलों के संचालकों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें से तीन का भौतिक सत्यापन पूरा किया गया. इसमें हुसैनगंज प्रखंड के हसनपुरवा टोले रामपुर स्थित सिंह राइस मिल , पचरुखी प्रखंड के आलापुर स्थित प्रभु एग्रोटेक राइस मिल, समृद्धि राइस मिल की जांच की गई. जिला प्रबंधक ने बताया कि सभी मिलों के भौतिक सत्यापन का कार्य भी चल रहा है. इसके लिए त्रिस्तरीय कमेटी बनाई गई है. इस कमेटी में उनके अलावा जिला सहकारिता पदाधिकारी और नोडल पदाधिकारी के रूप में वरीय उपसमाहर्ता हैं.वे लोग मिलों का भौतिक सत्यापन कर रहे हैं. सत्यापन के दौरान राइस मिल आदि पर पहुंचकर अधिकारियों की टीम ने राइस मिल का अवलोकन कर वहां की तकनीक को देखा. उन्होंने राइस मिल में लगाये गये सभी आधुनिक उपकरणों का बारीकी से अवलोकन किया. मिल की क्षमता, गोदाम की क्षमता सहित डिस्टोनर, डबल पॉलुशर,ग्रेडर सहित अन्य उपकरणों की जांच किया. साथ ही रजिस्ट्रेशन में दिए गए कागजात के भी जांच की गई. अधिकारियों ने अपने समक्ष राइस मिल को चलवा कर भी देखा. इस दौरान अधिकारियों के समक्ष ही धान की कुटाई भी की गई.
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