नियमित टीकाकरण में सीवान को मिला तीसरा स्थान

प्रैल में सूबे में हुए नियमित टीकाकरण में सीवान को तीसरा स्थान मिला है. लक्ष्य के विरूद्ध सीवान में अप्रैल में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 91 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 9:32 PM

सीवान. अप्रैल में सूबे में हुए नियमित टीकाकरण में सीवान को तीसरा स्थान मिला है. लक्ष्य के विरूद्ध सीवान में अप्रैल में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 91 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है. नियमित टीकाकरण को और बेहतर बनाने के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर अमित चंद्र मिश्रा ने एक साल का अपना विशेष प्लान तैयार किया है. इसके लिए सीवान शहरी क्षेत्र सहित सभी प्रखंडों के स्वास्थ्यकर्मियों को एक जून से स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा. ताकि नियमित टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल किया जा सके.जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर अमित चंद्र मिश्रा ने बताया की और प्रखंडों में अप्रैल माह में हुए टीकाकरण का डाटा अपडेट किया जा रहा है. टीकाकरण का प्रतिशत 92 तक हो सकती है. शिशुओं के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी और कम लागत का तरीका है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण के तहत बच्चों को बीसीजी, हेपेटाइटिस, डिप्थीरिया, पोलियो जैसे टीके नि:शुल्क लगाए जाते हैं.उन्होंने बताया की राज्य में एक जून से न्यूमोकोकल कन्जूगेट वैक्सीन (पीसीवी)10 की जगह पीसीवी 14 वैक्सीन नियमित टीकाकरण में शामिल किया जा रहा है. इसके लिए जिला स्तर पर सभी प्रकार की तैयारी पूरी कर ली गई है.पीसीवी 14 वैक्सीन के रखरखाव से लेकर बच्चों के टीकाकरण करने के संबंध में स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है.यह वैक्सीन बच्चों को 6 सप्ताह पर पहला,14 सप्ताह पर दूसरा तथा नौ माह पर टीके की तीसरी डोज लगाई जाएगी.14 बीमारियों से बचाने वाली यह वैक्सीन तीन डोज में बच्चों को दी जाएगी. निमोनिया के शुरुआती लक्षण सर्दी खांसी जैसे हो सकते हैं. ज्यादातर कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग इससे जल्दी ग्रसित होते हैं। जिन बच्चों को पीसीवी का टीका नहीं पड़ा हो उन्हें इस रोग की चपेट में आने की संभावना अधिक रहती है. इसमें मवाद वाली खांसी, तेज बुखार एवं सीने में दर्द की शिकायत होती है और यह समुचित इलाज के अभाव में जानलेवा साबित हो सकता है. सुखद बात यह है कि इस गंभीर रोग को टीकाकरण द्वारा पूरी तरह रोका जा सकता है. इसलिए अपने बच्चों को संपूर्ण टीकाकरण के अंतर्गत सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क उपलब्ध पीसीवी का टीका जरूर लगवायें

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