न्यायालय कर्मी गोल्डेन को कुख्यात जितेंद्र ने मारी थी गोली

मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सीवान मीरगंज मुख्य मार्ग पर 19 जून को छोटपुर गांव के समीप न्यायालयकर्मी राजेश कुमार उर्फ गोल्डेन की हुई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. सोमवार को अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि हुसैनगंज थाने के पकवालिया गांव निवासी कुख्यात अपराधी जितेन्द्र यादव उर्फ जिम्मी उर्फ मास्टर ने पैसे लेकर गोल्डेन की हत्या की

By Prabhat Khabar News Desk | August 12, 2024 9:32 PM

सीवान. मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सीवान मीरगंज मुख्य मार्ग पर 19 जून को छोटपुर गांव के समीप न्यायालयकर्मी राजेश कुमार उर्फ गोल्डेन की हुई हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. सोमवार को अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों को बताया कि हुसैनगंज थाने के पकवालिया गांव निवासी कुख्यात अपराधी जितेन्द्र यादव उर्फ जिम्मी उर्फ मास्टर ने पैसे लेकर गोल्डेन की हत्या की.जितेंद्र यादव सरकारी शिक्षक की नौकरी छोड़कर जरायम की दुनिया में कदम रखा है.इस हत्याकांड में शामिल एक लाइनर सहित दो अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.पुलिस ने लाइनर सौरभ का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है जिससे उसने गोल्डेन के बी एड कॉलेज अमलोरी सरसर से निकलने की सूचना दिया था.पकड़े गए अपराधियों में हुसैनगंज थाने के पकवालिया गांव निवासी धर्मेंद्र यादव का पुत्र सौरभ कुमार उर्फ कल्लु तथा मुफ्फसिल थाने के श्रीनगर निवासी अनिल कुमार शामिल है. अपर पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने बताया कि 19 जून को छोटपुर गांव के समीप कोर्ट कर्मचारी गोल्डेन उर्फ राकेश की हत्या अपराधकर्मियों ने गोली मारकर कर दी थी. मृतक के भाई अजय कुमार के द्वारा मुफ्फसिल थाना में तीम नामजद एवं अज्ञात के विरूद्ध कांड दर्ज कराई गई है. प्राथमिकी अभियुक्त मुन्ना चौधरी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत हेतु भेजा गया है तथा इस कांड में संलिप्त अज्ञात अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु एक टीम का गठन पुलिस अधीक्षक के द्वारा किया गया था.उन्होंने बताया कि अनुसंधान के क्रम में सीसीटीवी के अवलोकन के पश्चात एक संदिग्ध व्यक्ति की फोटो प्रकाश में आया. जिसके सत्यापन हेतु 280 व्यक्तियों का सत्यापन एवं पुछताछ किया गया. जिसमें हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पकवलिया गांव निवासी सौरभ कुमार उर्फ कल्लु की पहचान हुई. उन्होंने बताया कि सौरभ कुमार घटना के समय बिना कारण के बी.एड.कॉलेज अमलोरी के सामने रोड पर खड़ा था तथा जैसे ही गोल्डेन अपनी बहन को छोड़कर वापस घर जाने लगे तो ये अपने मोबाइल से किसी दुसरे को फोन करते हुए तुरंत हट गया. पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से पुछताछ की तो ये अपना अपराध स्वीकार करते हुए अपने सहयोगियों में हुसैनगंज थाना क्षेत्र के पकवालिया गांव निवासी ओमप्रकाश ठाकुर ऐ पुत्र प्रिंस कुमार, श्रद्धानंद यादव का पुत्र जितेन्द्र यादव उर्फ जिम्मी उर्फ मास्टर तथा मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के श्रीनगर निवासी लक्ष्मण चौधरी का पुत्र अनिल कुमार का नाम बताया. सभी की गिरफ्तारी के लिए उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई,जिसमें अनिल कुमार को गिरफ्तार किया गया. पुछताछ के क्रम में अनिल इस अपराध में अपनी भूमिका को स्वीकार करते हुए बताया कि घटना में जितेन्द्र उर्फ जिम्मी का दिया हुआ बुलेट बाइक को वह चला रहा था और पीछे जिम्मी बैठा हुआ था. जिम्मी ने ही राकेश उर्फ गोल्डेन को गोली मारकर हत्या कर दी. अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनिल द्वारा बताया गया कि जिम्मी ने अनिल को बातचीत के क्रम में बताया था कि इस काम के लिए मुन्ना चौधरी नाम के एक ठेकेदार ने रूपया दिया है.उन्होंने बताया कि जितेन्द्र यादव उर्फ जिम्मी एक पेशेवर अपराधकर्मी है, जिसकी कार्यशैली नये अपराधियों को अपने साथ रखकर उसके द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम देने की रही है. जिम्मी के विरुद्ध मुफ्फसिल थाने में पहले से संगीन धाराओं में दो मामले दर्ज हैं.

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