ऑक्सीजन पाइप लाइन का फ्लो मीटर खराब
सीवान. सदर अस्पताल के आपात कक्ष के ऑक्सीजन पाइप लाइन का फ्लो मीटर खराब होने से स्वास्थ्यकर्मियों को मरीजों के इलाज करने में परेशानी होती है. आपात कक्ष के सभी 13 बेडो का लगा ऑक्सीजन फ्लो मीटर काम नहीं कर रहा है.
संवाददाता, सीवान. सदर अस्पताल के आपात कक्ष के ऑक्सीजन पाइप लाइन का फ्लो मीटर खराब होने से स्वास्थ्यकर्मियों को मरीजों के इलाज करने में परेशानी होती है. आपात कक्ष के सभी 13 बेडो का लगा ऑक्सीजन फ्लो मीटर काम नहीं कर रहा है. कर्मचारियों का कहना है की किसी तरह बैंडेज के कपड़े से फ्लो मीटर को बांधकर काम चलाया जा रहा है.इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधक से लेकर विभाग के वरीय पदाधिकारियों को है. बताया जाता है की आपात कक्ष के पाइप लाइन को बदलने के लिए एक कार्य योजना भी तत्कालीन प्रभारी अधीक्षक के समय में बना था.कार्य करने के लिए पटना से कार्य करने वाले एजेंसी का इंजीनियर भी आ गया था. लेकिन वरीय अधिकारियों ने मूड बदल लिया. हमेशा के लिए हटा दिया जाता है खराब उपकरणों को रिपेयर के नाम पर कार्डियक मॉनिटर हो या एसी. खराब उपकरणों को बनाने के नाम पर अस्पताल प्रशासन द्वारा इन उपकरणों को हमेशा के लिए रिपेयर करने के नाम पर हटा दिया जाता है. सदर अस्पताल के आपात पक्ष में लगभग पांच कार्डियक मॉनिटर मरीजों की सुविधा के लिए लगाए गए थे. कार्डियक मॉनिटरों को रिपेयर करने के नाम पर लगभग एक साल पूर्व अस्पताल प्रशासन द्वारा रिपेयर करने के नाम पर हमेशा के लिए हटा दिया गया. मरीज को जब परेशानी होने लगी तब अस्पताल प्रशासन द्वारा तीन नये कार्डियक मॉनिटर उपलब्ध कराये गये. इसी तरह आपात कक्ष एवं पुरुष वार्ड में खराब पड़े एसी को लगभग 20 दिनों पूर्व रिपेयर करने के नाम पर निकाल दिया गया. 20 दिन बीत जाने के बावजूद एक भी एसी रिपेयर कर नहीं लगाया गया. मरीजों की सुविधा के लिए आपात कक्ष में एयर फ्रेसनर लगाया गया है. नौ महीने से अधिक समय से खराब पड़ा है सदर अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट कोरोना काल में ऑक्सीजन की समस्या को देखते हुए पीएम केयर फंड से सदर अस्पताल में 1000 लीटर प्रति मिनट उत्पादन करने की क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया.सदर अस्पताल में लगाया गया ऑक्सीजन प्लांट पिछले नौ माह से खराब पड़ा हुआ है. अभी भी अस्पताल प्रशासन द्वारा इसे ठीक नहीं कराया गया है. ऑक्सीजन प्लांट खराब होने के कारण पुरुष वार्ड एवं महिला वार्ड में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं की जा रही है. एसएनसीयू एवं आपातकक्ष में ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे मरीज को ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है. महिला वार्ड एवं पुरुष वार्ड में मरीज को छोटे-छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर एवं ऑक्सीजन कंसट्रेटर के सहारे ऑक्सीजन दी जा रही है. ऑक्सीजन प्लांट को ठीक करने के प्रति अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से पुरी तरह लापरवाह दिख रहा है.
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