एप से ऑनलाइन हाजिरी बनाने में शिक्षकों को हो रही है परेशानी

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ के निर्देश पर पूरे बिहार के शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी 25 जून से शुरू हो गयी है. सभी शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह अपनी उपस्थिति इ शिक्षा कोष एप के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज करेंगे

By Prabhat Khabar News Desk | June 25, 2024 10:27 PM
an image

सीवान. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ के निर्देश पर पूरे बिहार के शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी 25 जून से शुरू हो गयी है. सभी शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह अपनी उपस्थिति इ शिक्षा कोष एप के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज करेंगे. यदि किसी कारण से सभी शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बना पाते हैं तो प्रत्येक विद्यालय से कम से कम एक शिक्षक की उपस्थिति ऑनलाइन जरूर बननी चाहिए. इ शिक्षा कोष एप नहीं कर रहा ठीक से काम : 25 जून को ऑनलाइन हाजिरी के पहले ही दिन शिक्षकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा. सुबह 6:30 बजे के पहले शिक्षक विद्यालय में उपस्थित हो गए लेकिन इ शिक्षाकोष एप ठीक से काम नहीं कर रहा था. कहीं नेटवर्क नहीं मिल रहा था तो कहीं इ शिक्षा को एप ही नहीं खुल रहा था. बहुत प्रयास करने के बाद जब ऐप खुल भी रहा था तब स्कूल इन और स्कूल आउट का समय जल्दी नहीं ले रहा था. कहीं-कहीं तो स्थिति ऐसी थी कि शिक्षक विद्यालय में उपस्थित थे लेकिन मोबाइल ऐप उनको विद्यालय से बहुत दूर दिखा रहा था. कुछ शिक्षकों को दो ढाई किलोमीटर दूर दिखा रहा था और कुछ को 22-23 किलोमीटर दूर दिखा रहा था. यानी शिक्षक विद्यालय में उपस्थित होकर भी अनुपस्थित प्रदर्शित हो रहे थे. इस प्रकार की बहुत सारी दिक्कतें शिक्षकों के सामने पेश आयी. यह समस्या लगभग 8:00 बजे तक बनी रही. सुबह 8:00 बजे के बाद ही इ शिक्षाकोष एप ने अधिकांश जगहों पर ठीक से काम करना शुरू किया लेकिन इसके बावजूद भी कुछ जगह पर समस्या जस की तस रही. स्कूल आने और जाने का समय एक ही ले रहा है एप : एक और विकट स्थिति मोबाइल ऐप से हाजिरी बनाने पर यह देखने को मिली कि जब ””स्कूल इन”” के विकल्प पर क्लिक किया जा रहा था तो जो समय ””स्कूल इन”” का मोबाइल एप ले रहा था वही समय ऑटोमेटेकली ””स्कूल आउट”” का भी दर्ज हो जा रहा था. इसका मतलब यह हुआ कि शिक्षक यदि सुबह 6:25 पर विद्यालय में आ रहे हैं तो 6:25 पर ही जाने का भी समय मोबाइल एप ऑटोमेटेकली दर्ज कर ले रहा है. विद्यालय स्थानांतरित होने वाले शिक्षकों की समस्या : स्नातक प्रमोशन के कारण एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में स्थानांतरित हुए शिक्षकों के साथ-साथ बिहार लोक सेवा आयोग के पहले और दूसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के द्वारा जो नियोजित शिक्षक एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में चले गए हैं उनको भी ऑनलाइन हाजिरी बनाने में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं. पहली दिक्कत तो यही है कि मोबाइल एप ठीक से खुल नहीं रहा है. सुबह में 8 बजे के पहले ठीक से काम नहीं कर रहा है. दूसरी दिक्कत यह है कि सुबह 8:00 बजे के बाद जब एप खुल भी रहा है तब ऐसे शिक्षकों का डेटा उनके पूर्ववर्ती विद्यालय का ही प्रदर्शित हो रहा है जबकि प्रोन्नति के फलस्वरूप पूर्ण वेतनमान वाले शिक्षक नए विद्यालय में आ गए हैं तथा बीपीएससी परीक्षा पास करके सरकारी शिक्षक बने नियोजित शिक्षक भी एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय में आ गए हैं. ऐसे में इन शिक्षकों को भी ऑनलाइन हाजिरी बनाने में परेशानी हो रही है. शिक्षकों का कहना है कि विभाग द्वारा पहले सब जगह नेटवर्क की समस्या को देखते हुए ऑफलाइन व्यवस्था करनी चाहिए जैसा की पूर्व में हम लोग हाजिरी बनाते आ रहे हैं अन्यथा अगर ऑनलाइन हाजिरी ही बनानी है तो इ शिक्षाकोष मोबाइल एप दुरुस्त किया जाए ताकि एप ठीक से काम करे. इस पर विभाग को ध्यान देना चाहिए.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version